Highlights
- बुधवार को दोनों दलों ने यह निर्णय लिया और कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन के प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
- पटेल ने कहा, गोवा में चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए NCP ने कांग्रेस से बात करने की कोशिश की थी।
- राउत ने कहा, गोवा में बीजेपी, कांग्रेस, TMC, AAP और अन्य पार्टियां हैं जो सरकार बनाने की स्थिति में हैं।
पणजी: गोवा में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने चुनाव पूर्व गठबंधन करने की घोषणा की है। बुधवार को दोनों दलों ने यह निर्णय लिया और कहा कि कांग्रेस ने गठबंधन के प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि गोवा में, शिवसेना और एनसीपी के शामिल हुए बिना अगली सरकार नहीं बन सकती। वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी प्रत्येक, कम से कम 10-12 सीटों पर अपने उम्मीदवार पेश करेगी।
‘कांग्रेस से बात करने की कोशिश की थी’
पटेल ने राउत के साथ एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘गोवा में चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए NCP ने कांग्रेस से बात करने की कोशिश की थी। हमने उनसे कहा कि सरकार बनाने के लिए साथ मिलकर काम करते हैं।’ पटेल ने कहा कि संजय राउत ने भी कांग्रेस को मुख्य दल के रूप में रखते हुए संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस को प्रस्ताव दिया था। पटेल ने कहा, ‘लेकिन हमारे इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया नहीं दी गई। हमें लगा कि कांग्रेस हमें वह सम्मान नहीं दे रही जिसके हम हकदार हैं।’
‘कांग्रेस सोचती है अकेले सरकार बना लेगी’
पटेल ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी प्रत्येक, कम से कम 10-12 सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी। गोवा में कुल 40 सीटें हैं। राउत ने कहा, ‘गोवा में बीजेपी, कांग्रेस, TMC, AAP और अन्य पार्टियां हैं जो सरकार बनाने की स्थिति में हैं। हम सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं, हमारे पास सीटों की सीमित संख्या है, जहां समान विचारधारा वाली सरकार के गठन में हम महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कांग्रेस को लगता है कि वह अकेले सरकार बना लेगी। इसके लिए कांग्रेस को शुभकामनायें।’ गोवा में विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 14 फरवरी को होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।