Highlights
- 1,050 कंपनी तैनात करने का आग्रह किया है
- सीएपीएफ की 50 कंपनी पहले ही तैनात की जा चुकी
- राज्य में कुल 3.9 लाख लाइसेंसी हथियार हैं
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करुणा राजू ने सोमवार को कहा कि राज्य ने निर्वाचन आयोग से 20 फरवरी को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 1,050 कंपनी तैनात करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि सीएपीएफ की 50 कंपनी पहले ही तैनात की जा चुकी हैं। लाइसेंसी हथियार जमा करने के संबंध में राजू ने कहा कि राज्य में कुल 3.9 लाख लाइसेंसी हथियारों में से अब तक 3.3 लाख से ज्यादा जमा हो चुके हैं।
चुनाव से पहले की गई जब्ती के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रवर्तन टीम ने 16 जनवरी तक 42.94 करोड़ रुपये मूल्य का कीमती सामान जब्त किया है। अधिकारी ने कहा कि निगरानी दलों ने 1.54 करोड़ रुपये कीमत की 5.44 लाख लीटर शराब के अलावा 40.82 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ भी बरामद किए हैं।
पंजाब विधानसभा का चुनाव अब 20 फरवरी को होगा। निर्वाचन आयोग ने मतदान की तारीख पहले 14 फरवरी घोषित की थी, जिसे एक सप्ताह आगे बढाकर अब 20 फरवरी कर दिया गया है। संत रविदास जयंती के मद्देनजर पंजाब के सभी राजनीतिक दलों ने आयोग से मतदान की तिथि आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था। पार्टियों का कहना था कि चूंकि रविदास जयंती 16 फरवरी को है और संत रविदास के राज्य में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। वे रविदास जयंती मनाने वाराणसी जाएंगे। राजनीतिक दलों के आग्रह के बाद अब 117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में एक दिनी चुनाव एक सप्ताह आगे बढा दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा उसके सहयोगियों और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने चुनाव आयोग से मतदान की तारीख आगे बढ़ाने का आग्रह किया था, क्योंकि गुरु रविदास मनाने के लिए लाखों अनुयायी उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर जाते हैं। चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि अब चुनाव 20 फरवरी को होंगे। इस दिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान भी होना है। पार्टियों ने कहा था कि गुरु रविदास के कई अनुयायी 14 फरवरी को अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाएंगे, क्योंकि वे उस समय यात्रा कर रहे होंगे।