Highlights
- अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा, शीर्ष पर बैठे लोग एक कमजोर सीएम चाहते हैं, जो उनके इशारे पर नाच सके।
- सिद्धू और चन्नी पिछले कई हफ्तों से परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से शीर्ष पद की उम्मीदवारी के लिए अपनी दावेदारी जताते आ रहे हैं।
- सिद्धू ने आरोप लगाया कि शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब को ‘लूटा’ और ‘अपराधियों को शह’ देकर राज्य में ‘गुंडा राज’ स्थापित किया।
अमृतसर: पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा से पहले पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि ‘शीर्ष पर बैठे लोग’ एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं। अमृतसर में गुरुवार की शाम अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए सिद्धू ने कहा, ‘शीर्ष पर बैठे लोग एक कमजोर मुख्यमंत्री चाहते हैं, जो उनके इशारे पर नाच सके।’ हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह कांग्रेस आलाकमान की बात कर रहे हैं या फिर किसी और की।
संपर्क करने पर सिद्धू के मीडिया सलाहकार ने कहा कि वह दरअसल केंद्र सरकार की तरफ इशारा कर रहे थे। सिद्धू की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रविवार को लुधियाना में पंजाब चुनाव के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने की संभावना है। सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पिछले कई हफ्तों से परोक्ष या प्रत्यक्ष रूप से शीर्ष पद की उम्मीदवारी के लिए अपनी दावेदारी जताते आ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल से लौटने के बाद समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुखातिब सिद्धू ने अमृतसर पूर्वी सीट से अपने खिलाफ चुनाव लड़ रहे अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब को ‘लूटा’ और ‘अपराधियों को शह’ देकर राज्य में ‘गुंडा राज’ स्थापित किया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए सिद्धू ने सवाल किया कि क्या वह राष्ट्रीय राजधानी में 18 साल से अधिक उम्र की हर महिला को प्रति माह एक हजार रुपये की आर्थिक मदद दे रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब में ‘AAP’ की सरकार बनने पर राज्य की हर महिला को प्रति माह एक हजार रुपये देने का वादा किया है। सिद्धू ने यह भी कहा, ‘सतलुज-यमुना लिंक परियोजना पर केजरीवाल का क्या रुख है। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए।’ उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली से रिमोट कंट्रोल के जरिये राज्य की सत्ता चलाना चाहते हैं। इससे पहले सिद्धू की पत्नी ने गुरुवार को कहा था कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा और उनके पति हमेशा की तरह एक हीरो बने रहेंगे।
नवजोत कौर सिद्धू ने अमृतसर में कहा था, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा, नवजोत सिंह सिद्धू एक हीरो हैं और वह हमेशा यही रहेंगे। जो भी मुख्यमंत्री होता है, उसे अपने मंत्रियों की बात सुननी चाहिए, मंत्रियों की फाइल पर हस्ताक्षर करने चाहिए और मंत्रियों को अपना काम करने देना चाहिए। अगर अमरिंदर सिंह ने ऐसा किया होता तो किसी को भी किसी मुख्यमंत्री से कोई दिक्कत नहीं होती।’ सिद्धू की पत्नी की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 6 फरवरी के लुधियाना दौरे से पहले आई है, जहां वह पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा कर सकते हैं।
राहुल 6 फरवरी को लुधियाना में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये एक रैली को संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि 27 जनवरी को जालंधर में राहुल ने घोषणा की थी कि कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरा के साथ उतरेगी और इस पर निर्णय पार्टी कार्यकर्ताओं से परामर्श करने के बाद ही लिया जाएगा। पिछले कई हफ्तों के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राज्य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद को पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने की कोशिश की है।