Highlights
- आजादी से पहले पटियाला की लगभग 40 प्रतिशत आबादी मुस्लिम थी और उनमें से ज्यादातर पाकिस्तान चले गए: अमरिंदर
- अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया, चन्नी सैकड़ों करोड़ की संपत्ति के साथ चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवारों में से हैं।
- सिंह ने वादा किया कि राज्य में BJP-PLC-SAD (संयुक्त) की सरकार बनने के बाद शहर में एक विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा।
मलेरकोटला (पंजाब): पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस (PLC) के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि वह पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उनके शासकों और सेना के खिलाफ हैं जो यहां ‘अशांति फैलाने’ का प्रयास कर रहे हैं और सीमाओं पर भारतीय सैनिकों की जान ले रहे हैं। पार्टी के उम्मीदवारों-मलेरकोटला से फरजाना आलम और अमरगढ़ से सरदार अली के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि ये चुनाव पंजाब के भविष्य का फैसला करने वाले हैं क्योंकि राज्य कई चुनौतियों का सामना कर रहा है जिसका सामना केवल ‘डबल इंजन’ वाली सरकार द्वारा किया जा सकता है।
पंजाब लोक कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी से पहले पटियाला की लगभग 40 प्रतिशत आबादी मुस्लिम थी और उनमें से ज्यादातर पाकिस्तान चले गए। सिंह ने याद किया कि 2004 में पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी यात्रा के दौरान पड़ोसी देश में किस तरह उनका अभिनंदन और सम्मान किया गया था।
सिंह ने कहा, ‘मैं दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के पक्ष में हूं, लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और उनकी सेना भारत के प्रति अत्यधिक शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रहे हैं जो अस्वीकार्य है।’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी यह दावा करने के लिए निशाना साधा कि उन्होंने चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में इसलिए नामित किया क्योंकि वह एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं।
अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया, ‘चन्नी सैकड़ों करोड़ की संपत्ति के साथ चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवारों में से हैं। ऐसे भी केवल गरीब होना आपको मुख्यमंत्री बनने के योग्य नहीं बनाता।’ लोगों से अपने ‘बेहतर भविष्य’ के लिए पीएलसी उम्मीदवारों को चुनने की अपील करते हुए सिंह ने उन्हें याद दिलाया कि यह उनकी सरकार थी जिसने मलेरकोटला को एक जिला बनाया और यहां एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की भी घोषणा की। सिंह ने वादा किया कि राज्य में BJP-PLC-SAD (संयुक्त) की सरकार बनने के बाद शहर में एक विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा।