Punjab Election Result 2022: पंजाब में कांग्रेस की करारी हार हुई है। वहीं आम आदमी पार्टी बड़े जनादेश के साथ पंजाब की सत्ता की चौखट पर पहुंच चुकी है। कांग्रेस की हार पर उनके नेताओं के बयान लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहे हैं। जानिए कांग्रेस ने पंजाब में अपनी पार्टी की हार का ठीकरा किस पर फोड़ा है।
पंजाब में करारी हार के बाद भी कांग्रेस आरोप-प्रत्यारोप की ही राजनीति में जुटी हुई है। पंजाब में आम आदमी पार्टी को 91 सीटों पर जीत मिलने और कांग्रेस के मात्र 19 सीटों पर सिमटने पर रणदीप सुरजेवाला का बयान सामने आया है। उन्होंने इस हार के लिए कांग्रेस के आलाकमान को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। उन्होंने किसी कांग्रेसी नेता को भी इस हार का जिम्मेदार नहीं ठहराया, बल्कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हार का ठीकरा फोड़ा। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि पंजाब में कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी के रूप में एक नया नेतृत्व प्रस्तुत किया, जो मिट्टी के सपूत हैं, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल के 4.5 साल की पूरी सत्ता विरोधी लहर से उबरा नहीं जा सका। इसलिए लोगों ने बदलाव के लिए आप को वोट दिया।
हार के कारणों पर आत्ममंथन और चिंतन की जरूरत
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हम गोवा और उत्तराखंड में पूरी ताकत से लड़े, लेकिन जनता को समझा नहीं पाए। हमने चुनाव को धार्मिक मुद्दों से अलग जनता के मुद्दों पर लाने का सतत प्रयास किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर अन्य तमाम चीजों में हमने पूरा फोकस किया है। लेकिन भावनात्मक मुद्दे जनता पर हावी हो गए हैं। हम चुनाव हार जाएं या फिर जीतें, लेकिन हम जनता के मुद्दों को लेकर काम करते रहेंगे। हम हार के कारणों पर आत्ममंथन और चिंतन करेंगे। संगठन को लेकर काम करेंगे और भविष्य में बेहतरी के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला लिया है कि केंद्रीय कार्य समिति की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें हार की समीक्षा की जाएगी।
सोनिया बुला सकती हैं बैठक, हार के बाद शुरू होगा रार का दौर!
हम भले ही चुनाव हार गए हैं, लेकिन हिम्मत नहीं हार हैं। हम सभी विजेताओं को दिल से हार्दिक बधाई देते हैं। एक तरफ रणदीप सुरजेवाला ने हार का ठीकरा अमरिंदर सिंह पर फोड़ा तो वहीं यह कहते हुए सबक लेने का भी संकेत दे दिया कि सोनिया गांधी ने कार्यसमिति की बैठक बुलाने का फैसला लिया है। इस बात से यह भी साफ है कि हार के बाद कांग्रेस में एक बार फिर रार का दौर शुरू हो सकता है। पंजाब में बड़े बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं। इसकी वजह यह है कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी चुनाव हार गए हैं।