Highlights
- कांग्रेस ने हमेशा महिलाओं के लिए संघर्ष किया- प्रियंका गांधी वाड्रा
- भाजपा की विचारधारा मूल तौर पर महिला विरोधी विचारधारा है- प्रियंका गांधी वाड्रा
- साल 2022 में यूपी, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में होने हैं विधानसभा चुनाव
Priyanka Gandhi Exclusive: 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से इंडिया टीवी ने खास बातचीत की। प्रियंका गांधी वाड्रा खुद चुनाव लड़ेंगी या चुनाव लड़ाएंगी, प्रियंका गांधी का 49 प्रतिशत वाला चांस समेत चुनावों को लेकर क्या रणनीति रहेगी, इस पर प्रियंका गांधी वाड्रा से हमारी सीनियर एडिटर विजयलक्ष्मी ने सीधी बात की।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा महिलाओं के लिए सोचा है आपको मालूम ही है कि देश की पहली महिला प्रधानमंत्री कांग्रेस की थीं। देश की पहली महिला राष्ट्रपति भी कांग्रेस की थी लेकिन सिर्फ ये नहीं सोनिया जी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने 33 प्रतिशत आरक्षण दिलवाया। पंचायतों में आज 50 प्रतिशत का आरक्षण इसलिए है क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा महिलाओं के लिए संघर्ष किया। हमेशा हमने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए इसलिए सोचा है क्योंकि हम अच्छी तरह समझते हैं कि महिलाएं इस देश की नींव हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि जब हम महिलाओं की शक्ति की बात करते हैं जब महिलाओं की स्वतंत्रता की बात करते हैं जब हम चाहते हैं कि ऐसा वातावरण बने प्रदेश में और देश में जिसके जरिए महिलाओं की अभिव्यक्ति बंधन मुक्त हो, आजाद हो तो, हम कभी भी भाजपा की विचारधारा की बात नहीं कर सकते क्योंकि भाजपा की विचारधारा मूल तौर पर महिला विरोधी विचारधारा है।
प्रियंका गांधी इस बार जिस तरह से लीड कर रही हैं, विरोधियों की बेचैनी बढ़ गई है। क्योंकि वो अगर महिलाओं की बात कर रही हैं किसानों की बात कर रही हैं तो वो उन्ही मु्द्दों और उन प्वाइंट को पकड़ रही हैं जो डायरेक्ट पब्लिक से जुड़े हैं। महिलाओं पर प्रियंका का खास ध्यान है। लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका गांधी का 49 प्रतिशत वाला चांस चुनाव में कितना फायदा दिला पाएगा।
बता दें कि, साल 2022 में देश के यूपी, पंजाब, मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड और गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन सभी चुनावी राज्यों में चुनावी तैयारियां तेज हो गई हैं। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश और पंजाब विधानसभा चुनाव को सबसे अहम सियासी दंगल के तौर पर देखा जा रहा है।