उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार कर रही हैं। इस बीच आतंकवाद को लेकर उनका एक बयान काफी चर्चा में रहा था। प्रियंका गांधी ने कहा था कि आतंकवाद का मुद्दा फिजूल है। इसके बाद सत्तारूढ़ बीजेपी ने प्रियंका पर जमकर निशाना साधा था। अब इंडिया टीवी के साथ Exclusive बातचीत में प्रियंका गांधी ने इस पर सफाई दी और अपना पक्ष रखा।
प्रियंका गांधी से सवाल किया गया था, 'बीजेपी इस बार चुनाव में बिल्कुल अलग नेरेटिव सेट करने में लगी है। आतंकवाद का मुद्दा भी काफी छाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका जिक्र किया कि किस तरह आतंकवादियों को सजा होती है तो विरोधी खेमे की तरफ से चुप्पी साध ली जाती है।' इसके जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा, 'एक पत्रकार ने मुझसे आतंकवाद के बारे में पूछा कि क्या ये मुद्दा है? मैंने उसके जवाब में कहा कि ये फिजूल की बात है।'
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, 'मैं मानती हूं कि चुनाव में मुद्दे बेरोजगारी और महंगाई को लेकर होने चाहिए। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मुद्दे होने चाहिए। किसान को खाद नहीं मिल रहे हैं। दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। इन सब मुद्दों पर चर्चा क्यों नहीं हो रही है। आतंकवाद और हिंसा को मेरे परिवार ने झेला है। मेरे पिता को किसने मारा आतंकवादियों ने मारा, मेरी दादी जी को किसने मारा... आतंकवादियों ने। अब इसे आप घुमाकर कहना चाहते हैं कि आतंकवाद फिजूल की बात है। अब वो तो आप करेंगे ही।'
प्रियंका ने कहा, 'हमारा परिवार आतंकवाद को कई अच्छे से समझते हैं। क्योंकि आतंकवाद को हमारे परिवार ने झेला है। हमारे परिवार के सदस्य इस देश के लिए शहीद हुए हैं। हम साथ-साथ ये भी समझते हैं कि चुनाव में ऐसे मुद्दे इसलिए उठाए जाते हैं कि लोगों के जज़्बातों का इस्तेमाल किया जा सके। आपने काम किया है तो आप फिर ऐसी बातें क्यों करेंगे। आपने 70 लाख रोज़गार देने का वायदा किया था। 12 लाख पद सरकार में अभी तक खाली पड़े हुए हैं। हर मुद्दे पर मोदी जी कह रहे हैं कि छोटे जानवरों की समस्या है तो आप 5 साल से क्या कर रहे थे।'