Highlights
- धामी ने कहा कि उत्तराखंड की टोपी पहनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की संस्कृति एवं परंपरा को गौरवान्वित किया है।
- पश्चिम बंगाल चुनावों में लाभ लेने के लिए भी मोदी ने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली थी लेकिन चुनावों के बाद वह गायब हो गयी: कांग्रेस
- बीजेपी की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने ट्वीट किया, मोदी के टोपी पहनने से हम सब उत्तराखंडवासी उत्साहित हैं।
देहरादून: देश के 73वें गणतंत्र दिवस समारोह में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड की टोपी पहनने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनका आभार जताया जबकि कांग्रेस ने इसे महज एक 'चुनावी नौटंकी' करार दिया। धामी ने देहरादून में एक ट्वीट में कहा कि उत्तराखंड की टोपी पहनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की संस्कृति एवं परंपरा को गौरवान्वित किया है। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनावों में लाभ लेने के लिए भी मोदी ने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली थी लेकिन चुनावों के बाद वह गायब हो गयी।
‘हमारे राज्य की संस्कृति एवं परंपरा को गौरवान्वित किया है’
धामी ने कहा, ‘आज 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी जी ने ब्रह्मकमल से सुसज्जित देवभूमि उत्तराखंड की टोपी धारण कर हमारे राज्य की संस्कृति एवं परंपरा को गौरवान्वित किया है। मैं उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता की ओर से उनका आभार प्रकट करता हूं।’ प्रदेश बीजेपी ने अपने आधिकारिक टि्वटर पर लिखा कि उत्तराखंड की आन-बान-शान की प्रतीक पहाड़ी टोपी पहन कर प्रधानमंत्री ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से राष्ट्रीय समर स्मारक पर श्रद्धांजलि दी। बीजेपी की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने ट्वीट किया, ‘मोदी के टोपी पहनने से हम सब उत्तराखंडवासी उत्साहित हैं।’
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे महज एक ‘चुनावी नौटंकी’ कहा
दूसरी तरफ, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे महज एक ‘चुनावी नौटंकी’ बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव में लाभ उठाने के लिए हमेशा ही ऐसा करते हैं। कांग्रेस की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनावों में लाभ लेने के लिए उन्होंने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली थी लेकिन चुनावों के बाद वह गायब हो गयी। उन्होंने कहा, ‘उत्तराखंड के चुनाव समाप्त होने के बाद लोग वैसे ही उत्तराखंड की टोपी ढूढेंगे जैसे पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद गायब हुई उनकी दाढ़ी को ढूंढ रहे हैं। यह प्रधानमंत्री की केवल एक चुनावी नौटंकी है।’ (भाषा)