Highlights
- अमित शाह ने कहा कि पार्टी की नीतियां ही पार्टी के लिए लोकप्रियता का सृजन करती हैं।
- आज यूपी विधानसभा का नया इतिहास लिखने की शुरुआत इसी सभागार से हो रही है: शाह
- शाह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद हालात बदल गए हैं।
लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी पर अब पिछले 5 साल में राज्य में डाली गई विकास की नींव पर समृद्धि की भव्य इमारत तैयार करने की जिम्मेदारी है। केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर लखनऊ आये शाह ने योगी आदित्यनाथ को लगातार दूसरी बार बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में सभी विधायकों से कहा, ‘हम सबको लगता है कि हमारी लोकप्रियता है, मगर पार्टी सबसे ऊपर होती है। पार्टी की नीतियां ही पार्टी के लिए लोकप्रियता का सृजन करती हैं।’
‘नया इतिहास लिखने की शुरुआत इस क्षण इसी सभागार से हो रही है’
शाह ने कहा, ‘हमारा दायित्व है कि पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश के विकास की नींव डालने का जो काम हुआ है, अब हमें उस पर समृद्ध इमारत बनानी है। इस यात्रा को पूरा करने का काम आप सभी विधायकों को करना है। आज हम सब विजय के आनंद के साथ-साथ यह संकल्प भी लेकर जाएंगे कि जो कानून-व्यवस्था को दृढ़ता प्रदान करने का काम 5 साल तक हुआ है उसे हम और सुदृढ़ बनाएंगे। आज उत्तर प्रदेश विधानसभा का नया इतिहास लिखने की शुरुआत इस क्षण इसी सभागार से हो रही है।’
‘पिछले 35 साल में किसी पार्टी को दूसरी बार पूर्ण बहुमत नहीं मिला था’
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘पिछले 35 साल में किसी पार्टी को दूसरी बार पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। बीजेपी ऐसी पार्टी है जिसने दोनों बार दो तिहाई से ज्यादा बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है। बीजेपी ने शुरुआत में ही यह घोषणा कर दी थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। उसके बाद जनता ने फिर दो-तिहाई से ज्यादा के बहुमत से बीजेपी को जीत दिलायी है और योगी दोबारा मुख्यमंत्री बन रहे हैं।’
‘2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद हालात बदल गए’
शाह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश कई वर्षों से राजनीतिक अस्थिरता का केंद्र रहा है। आजादी के शुरुआती समय के बाद यहां पर धीरे-धीरे मूल्यों और राजनीतिक विचारधाराओं का क्षरण हुआ जिसकी वजह से जातिवादी और परिवारवादी पार्टियां उत्तर प्रदेश में पनपती गईं। उसी के कारण बहुत लंबे समय से 2014 तक राजनीतिक अस्थिरता का माहौल रहा। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद हालात बदल गए हैं।’
‘जातिवाद के नासूर ने लोगों की आशाओं को खत्म कर दिया था’
गृह मंत्री शाह ने आरोप लगाया कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने केंद्र की योजनाओं को जातिवाद के कारण प्रत्येक व्यक्ति तक नहीं पहुंचने दिया। उन्होंने कहा कि वे योजनाएं भ्रष्टाचार, प्रशासन के राजनीतिकरण और राजनीति के अपराधीकरण के कारण लोगों तक नहीं पहुंचती थी। शाह ने कहा, ‘एक तरह से जातिवाद के नासूर ने लोगों की आशाओं को खत्म कर दिया था। उस समय बीजेपी ने शासन की बागडोर संभाली।’
शाह ने बताया, क्या रहा है योगी सरकार का सबसे बड़ा काम
शाह ने कहा, ‘मैं आज आपसे कहने आया हूं कि 2017 से लेकर 2022 तक यात्रा चली और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हमने प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल की। भारत के चुनाव का इतिहास जब भी लिखा जाएगा तब पंडितों को इस बात की समीक्षा जरूर करनी पड़ेगी कि उत्तर प्रदेश में 2017 से 2022 के बीच ऐसा क्या हुआ कि बीजेपी को दोबारा प्रचंड जनादेश मिला। योगी सरकार ने जो सबसे बड़ा काम किया वह प्रशासन के राजनीतिकरण और राजनीति के अपराधीकरण की समाप्ति है। उत्तर प्रदेश में बदलाव की राजनीति शुरू हुई।’ (भाषा)