Highlights
- मणिपुर में भाजपा ऑफिस की सुरक्षा कड़ी की गई
- भाजपा के उम्मीदवारों की सूची के बाद मचा बवाल
- मणिपुर में दो चरणों में विधानसभा के चुनाव कराये जाने हैं
इंफाल: मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने रविवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और प्रदेश इकाई की अध्यक्ष शारदा देवी के पुतले और पार्टी के झंडे जलाए। कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची में पार्टी के वफादारों को नजरअंदाज कर कांग्रेस से आने वाले नेताओं को टिकट दिए जाने के खिलाफ नारेबाजी की और पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उम्मीदवारों की सूची की घोषणा के बाद भड़की हिंसा के चलते राज्य में भाजपा के सभी कार्यालयों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। टिकट के कई दावेदारों समेत भाजपा के कई नेताओं ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। हाल में दूसरे दलों से आए नेताओं को समायोजित करने के लिए टिकट काटे जाने से भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित हैं।
सगोलबंद, काकचिंग, मोइरंग, कीसमथोंग विधानसभा क्षेत्रों में आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे, पर्चे जलाए, स्थानीय कार्यालयों में तोड़फोड़ की और नारेबाजी की। थंगा में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के पुतले जलाए। टिकट नहीं मिलने पर पूर्व मंत्री निमाईचंद लुवांग और थंगजाम अरुण कुमार ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया। थंगजाम बाद में जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि खंगाबोक मंडल के सभी सदस्यों ने अनुभवी नेताओं को नजरअंदाज कर ‘‘भाजपा के नवोदित नेता को टिकट देने’’ का हवाला देते हुए सामूहिक इस्तीफा दिया। इस बीच, सुरक्षाकर्मी इंफाल के थंबल सांगलेन में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में सतर्कता बरत रहे हैं। बता दें कि, मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2 चरणों में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। मतगणना 10 मार्च को होगी।