लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है। सभी सियासी पार्टियां चुनावी अभियान में जोर-शोर से जुटी हैं। इस बार के चुनावों में मध्य प्रदेश की सीटो की अहम भूमिका होगी। ऐसे में हम यहां मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल गुना सीट की जानकारी दे रहे हैं। गुना लोकसभा सीट को सिंधिया परिवार की सीट माना जाता है। यहां अब तक हुए चुनावों में बीजेपी इस सीट पर तभी जीती जब विजयाराजे सिंधिया खुद पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरीं। गुना से अब तक 9 बार कांग्रेस, 5 बार बीजेपी, एक बार जनसंघ, एक बार स्वतंत्र पार्टी चुनाव भले ही जीती हो पर दिलचस्प यह है कि अब तक हुए 17 लोकसभा चुनावों में चार चुनावों को छोड़ दिया जाए तो 13 बार जीत का परचम लहराने वाला कोई सिंधिया ही था।
गुना की कुल जनसंख्या 24 लाख 93 हजार 675 है, जिसमें से 76 प्रतिशत आबादी गांवों में और 23 प्रतिशत शहरों में निवास करती है। कुल मतदाताओं की संख्या 11,78,423 है।
साल 2019 के चुनाव के नतीजे क्या थे?
2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर बीजेपी के केपी यादव ने जीत दर्ज की थी। उन्हें 6,14,049 वोट मिले थे। दूसरी ओर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया को 4,88,500 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर 37,530 वोटों के साथ बीएसपी के लोकेंद्र सिंह राजपूत तीसरे नंबर पर रहे थे।
साल 2014 के चुनाव के नतीजे क्या थे?
2014 में गुना सीट पर कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया जीते थे। उन्होंने बीजेपी नेचा जयभान सिंह पवैया को हराया था। सिंधिया को 5,17,026 वोट मिले थे जबकि जयभान सिंह को 3,96,266 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बीएसपी के लखन सिंह बघेल रहे थे। उन्हें 27,412 वोट मिले थे।
साल 2009 के चुनाव में कौन जीता?
साल 2009 के लोकसभा में भी गुना की लोकसभा सीट पर कांग्रेस का ही दबदबा रहा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा को वोटों के बड़े अंतर से हराया था। सिंधिया को 4,13,297 वोट मिले थे वहीं, नरोत्तम मिश्रा को 1,63,560 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बीएसपी के लोकपाल लोदी रहे थे। उन्हें 29,164 वोट मिले थे।
जातीय समीकरण क्या है?
जातिगत समीकरण के मुताबिक यहां अनुसूचित जनजाति की तादाद सबसे ज्यादा 2 लाख 30 हजार से ज्यादा है। अनुसूचित जाति 1 लाख से ज्यादा, कुशवाहा- 60 हजार, रघुवंशी- 32 हजार, यादव-73 हजार, ब्राह्नण-80 हजार, मुस्लिम- 20 हजार और वैश्य जैन-20 हजार है।
साल 2019 में कब हुए थे चुनाव?
चुनाव आयोग ने 10 मार्च, 2019 को लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। चुनाव आयोग द्वारा 7 चरणों में 2019 के चुनाव कराए जाने की घोषणा की गई थी। ये चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक चले थे। वोटों की गिनती 23 मई को हुई थी।
मध्य प्रदेश में साल 2019 के लिए लोकसभा चुनाव चार चरणों में हुआ था। पहले फेज में 6 सीटों पर 29 अप्रैल को, दूसरे फेज में 7 सीटों पर 6 मई को, तीसरे फेज में 8 सीटों पर 12 मई को और चौथे फेज में 8 सीटों पर 19 मई को चुनाव हुआ था। वोटों की गिनती 23 मई को हुई थी।