Monday, December 22, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. लोकसभा चुनाव 2024
  3. इलेक्‍शन न्‍यूज
  4. जानें- योगी अयोध्या से क्यों नहीं लड़े चुनाव? मुख्य पुजारी ने बतायी पूरी 'सच्चाई'!

जानें- योगी अयोध्या से क्यों नहीं लड़े चुनाव? मुख्य पुजारी ने बतायी पूरी 'सच्चाई'!

सीएम योगी गोरखपुर शहर से चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। अयोध्या से सीएम योगी के चुनाव ना लड़ने को लेकर अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी ने बड़ा दावा किया है।

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : Jan 25, 2022 11:04 pm IST, Updated : Jan 25, 2022 11:50 pm IST
योगी अयोध्या से क्यों...- India TV Hindi
Image Source : PTI योगी अयोध्या से क्यों नहीं लड़े चुनाव

Highlights

  • मुख्य पुजारी ने बड़ा दावा किया है
  • कहा- मैंने ही दिया था सुझाव
  • "भगवान राम से पूछकर पुजारी ने सीएम योगी को बताया था"

UP Election 2022: ऐसे समय में, जब अयोध्या के सभी संत चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें, राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह अच्छा हुआ कि आदित्यनाथ इस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, वरना उन्हें काफी विरोध का सामना करना पड़ता। दास ने मीडिया से कहा कि उन्होंने सुझाव दिया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को गोरखपुर से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि जिन लोगों के घर और दुकानें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मद्देनजर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कारण ध्वस्त हो गए थे, वे उनका विरोध कर रहे थे। आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि उन्होंने सलाह दी कि योगी आदित्यनाथ को 'राम लला' (भगवान राम) से पूछने के बाद अयोध्या से चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।

दास ने कहा, (जो अस्थायी राम लला मंदिर के मुख्य पुजारी हैं) "यह अच्छा हुआ कि योगी आदित्यनाथ यहां से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। मैंने पहले ही सुझाव दिया था और सलाह दी थी कि बेहतर होगा कि वह गोरखपुर की किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें। मैं राम लला से पूछकर बोलता हूं। मैं राम लला की प्रेरणा से बोलता हूं।" 84 वर्षीय पुजारी ने कहा कि यहां के साधु अपनी राय में बंटे हुए हैं और जिनके घर और दुकानें तोड़ी गईं, वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ हैं। पुजारी ने हालांकि कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा राम मंदिर के मुद्दे को नहीं जाने देगी और यह उनके एजेंडे में रहेगा।

"पहले राम लला के लिए आंदोलन हुआ, फिर अदालत का आदेश आया और राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। यह राम मंदिर का मुद्दा कभी नहीं मिटेगा। वे कहेंगे कि यहां कारसेवकों पर फायरिंग की गई थी, इसे रोकने के लिए अदालत में आवेदन दिया गया था। मंदिर निर्माण जारी है। वे (भाजपा) निश्चित रूप से राम मंदिर का नाम लेंगे। यह दूर नहीं होगा।" दास को अपने जीवनकाल में राम मंदिर को पूरा होते देखने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, "देखते हैं कि निर्माण पूरा होने में कितने दिन लगते हैं। जो मेरे साथ थे, उनमें से अधिकांश का निधन हो गया है। मैं अपनी आखिरी सांस तक यहां सेवा करूंगा।" दास 1992 में अस्थायी राम लला मंदिर के पुजारी के रूप में शामिल हुए थे, जिस साल बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी का कोई उम्मीदवार उनका आशीर्वाद लेने आया है, दास ने कहा, "अब तक, समाजवादी पार्टी (सपा) नेता पवन पांडे की पत्नी मेरे पास आई हैं। वह सपा से एक मजबूत उम्मीदवार हैं।" पांचवें चरण में 27 फरवरी को अयोध्या में मतदान होना है।

इनपुट- आईएएनएस

Google पर इंडिया टीवी को अपना पसंदीदा न्यूज सोर्स बनाने के लिए यहां
क्लिक करें

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News News in Hindi के लिए क्लिक करें लोकसभा चुनाव 2024 सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement