Highlights
- भारतीय जनता पार्टी के 4 उम्मीदवार जीते हैं।
- कांग्रेस के 2 और जेडीएस का एक कैंडिडेट जीता है।
- बीजेपी के पास अब सदन में बहुमत हो गया है।
Karnataka MLC Election: कर्नाटक विधान परिषद के प्रत्येक 2 वर्ष में होने वाले चुनाव में सभी 7 उम्मीदवारों को शुक्रवार को 'निर्विरोध' निर्वाचित घोषित कर दिया गया। इसमें भारतीय जनता पार्टी के 4 उम्मीदवार जीते हैं, और उनकी जीत के साथ ही पार्टी को विधान परिषद में भी बहुमत हासिल हो गया है। अब 75 सदस्यीय विधान परिषद में बीजेपी के बहुमत का रास्ता साफ हो गया है जबकि कांग्रेस अब इससे काफी पीछे रह गई है। बता दें कि नवनिर्वाचित विधान पार्षदों का कार्यकाल 14 जून 2022 को शुरू होगा और तब बीजेपी सदन में बहुमत में होगी।
...और निर्विरोध चुन लिए गए सातों उम्मीदवार
विधान परिषद चुनाव के लिये निर्वाचन अधिकारी तथा कर्नाटक विधानसभा की सचिव एम. के. विशालाक्षी ने कहा कि इन 7 सीटों के लिये 3 जून को चुनाव होना था, लेकिन शुक्रवार को नामांकन पत्र वापस लेने के अंतिम दिन केवल 7 उम्मीदवार मैदान में बचे और सभी को ‘निर्विरोध’ निर्वाचित घोषित कर दिया गया। इन 7 में से बीजेपी के 4, कांग्रेस के 2 और JD(S) के एक उम्मीदवार को निर्वाचित घोषित किया गया है, जिसके साथ ही उच्च सदन में बीजेपी के बहुमत हासिल करने का रास्ता साफ हो गया है।
जानें, किस पार्टी से कौन चुना गया विधान पार्षद
निर्वाचित हुए उम्मीदवारों में बीजेपी के उपाध्यक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी, पार्टी की राज्य इकाई की सचिव हेमलता नायक तथा एस केशवप्रसाद और अनुसूचित जाति मोर्चे की राज्य इकाई के अध्यक्ष सी. नारायणस्वामी शामिल हैं। कांग्रेस की तरफ से बेंगलुरू महानगर परिवहन निगम (BMTC) के पूर्व अध्यक्ष एम. नागराजू यादव और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व पूर्व MLC अब्दुल जब्बार को निर्वाचित घोषित किया गया है। वहीं JD(S) की ओर से पूर्व एमएलसी टी. ए. श्रवण निर्वाचित हुए हैं।
कांग्रेस के 24, और जेडीएस के 9 विधान पार्षद
आगामी 14 जून को 7 मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है, जिसके चलते इन सीट पर चुनाव कराए जाने की जरूरत पड़ी। इनका कार्यकाल 13 जून 2028 तक रहेगा। इसके साथ ही 75 सदस्यीय सदन में बीजेपी के 40, कांग्रेस के 24, जनता दल सेक्युलर के 9, एक निर्दलीय सदस्य हो गए हैं। अभी सदन में एक सीट खाली है। बता दें कि बीजेपी के 40 में से 5, कांग्रेस के 24 में से 5 और JD(S) के 9 में से एक सदस्य राज्यपाल द्वारा मनोनीत है। बता दें कि विधानसभा में बीजेपी को पहले ही बहुमत हासिल है।