मंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं उडुपी जिले के कुंदापुरा निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार के विधायक हलदी श्रीनिवास शेट्टी ने अपने विश्वासपात्रों को संकेत दिया है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी सूत्रों ने कहा कि शेट्टी जल्द ही अपनी उम्मीदवारी और राजनीति में अपने भविष्य को लेकर फैसला करेंगे। सूत्रों ने कहा कि उडुपी जिले के एक लोकप्रिय नेता शेट्टी इस शर्त के साथ राजनीतिक संन्यास पर विचार कर रहे हैं कि उनके करीबी सहयोगी किरण कुमार कोडगी को कुंदापुर से चुनाव लड़ने के लिए भाजपा का टिकट दिया जाए।
सूत्रों ने बताया कि शेट्टी मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में अपने राजनीतिक करियर पर फैसले की घोषणा कर सकते हैं। अगर शेट्टी चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करते हैं, तो भाजपा को जिले के अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार तय करते समय अपनी रणनीति पर फिर से काम करना होगा। शेट्टी पिछले 25 वर्षों से कुंदापुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह एक बार निर्दलीय के तौर पर भी निर्वाचित हुए थे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 10 मई को होंगे।
भाजपा विधायक गोपालकृष्ण कांग्रेस में शामिल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक एन वाई गोपालकृष्ण सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गये। कुदलिगी विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा भाजपा विधायक एन वाई गोपालकृष्ण को पार्टी में शामिल करने के बाद अपने भाषण में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आएगी। गोपालकृष्ण ने गत शुक्रवार को ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। शिवकुमार ने कहा, ‘‘भाजपा और जद (एस) के कई नेता हमारा दरवाजा खटखटा रहे हैं। यह इस बात का सबूत है कि राज्य की जनता की आवाज कांग्रेस के पक्ष में है और हमारा रास्ता सही दिशा में सत्ता की तरफ है।’’ कांग्रेस नेता डी शिवकुमार ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गोपालकृष्ण ने भाजपा विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया और अब कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह जद (एस) विधायक के.एम. शिवलिंगे गौड़ा भी इस्तीफा दे चुके हैं और वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे।
केपीसीसी प्रमुख ने कहा, ‘‘भाजपा और जद (एस) नेता स्वैच्छिक रूप से कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं, जो इस बात का ‘बड़ा सबूत’ है कि लोगों ने ‘डबल इंजन सरकार की नाकामी’ के कारण परिवर्तन करने का मन बना लिया है।’’ छह बार के विधायक गोपालकृष्ण पहले कांग्रेस में थे। वह चार बार चित्रदुर्ग जिले के मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से और एक बार बल्लारी सीट से विधायक चुने गए। भाजपा में शामिल होने के बाद वह कुदलिगी से विधायक बने। वर्ष 2018 में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर वह विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गये थे और कुदलिगी सीट से भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की।
गोपालकृष्ण ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद अपने और अपने परिवार के लंबे जुड़ाव को याद करते हुए कहा कि वह बल्लारी, चित्रदुर्ग और विजयनगर जिलों में पार्टी की जीत के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वह राज्य में एक बार फिर से कांग्रेस सरकार स्थापित करने की दिशा में काम करेंगे और यह पार्टी नेतृत्व पर छोड़ दिया गया है कि वह मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से उन्हें मैदान में उतारती है या नहीं। हाल ही में भाजपा के दो एमएलसी (पुत्तन्ना और बाबूराव चिंचंसुर) ने इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। इसी तरह जद (एस) विधायक एस.आर. श्रीनिवास भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गये।
इनपुट-भाषा
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