रामनगर: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने में अभी थोड़ी देर है लेकिन जनता दल (सेक्युलर) ने अपने पहले उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। JDS नेतृत्व ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे और पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी (निखिल गौड़ा) को 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए अपने गढ़ रामनगर निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। फिलहाल एचडी कुमारस्वामी की पत्नी अनीता कुमारस्वामी विधायक के रूप में रामनगर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। JDS राज्य में औपचारिक रूप से चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा करने वाली पहली राजनीतिक पार्टी है।
कर्नाटक में अप्रैल-मई में होने है चुनाव
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई तक होने की संभावना है। कुमारस्वामी ने इससे पहले जुलाई में कहा था कि उनके बेटे निखिल विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि इसके बजाय कई अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी की जीत के लिए काम करेंगे। 32 साल के निखिल अभिनय के क्षेत्र से राजनीति में आये हैं और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं। रामनगर में कुमारस्वामी के नेतृत्व में क्षेत्रीय पार्टी की ‘पंच रत्न यात्रा’ में अनीता ने निखिल को निर्वाचन क्षेत्र में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया और कहा कि वह निखिल के लिए अपना निर्वाचन क्षेत्र छोड़ देंगी।
‘निखिल रामनगर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे’
अनीता ने कहा, ‘निखिल रामनगर से चुनाव लड़ेंगे। मुझे इस निर्वाचन क्षेत्र के लोगों पर भरोसा है कि वे उन्हें अपना प्यार और समर्थन देंगे।’ अनीता ने लोगों से निखिल का उसी तरह समर्थन करने का अनुरोध किया, जिस तरह से उन्होंने देवेगौड़ा, कुमारस्वामी और उनका किया था। उन्होंने कहा, ‘लोग गलत संदेश फैलाने की कोशिश कर रहे थे। इन सब को खत्म करने के लिए मैंने निखिल की उम्मीदवारी की घोषणा की है।’ पड़ोसी चन्नापटना क्षेत्र के प्रतिनिधि कुमारस्वामी ने इस अवसर पर कहा कि अनीता ने उन्हें निखिल की उम्मीदवारी की घोषणा करने की अपनी योजना के बारे में नहीं बताया था।
‘मैं निखिल को अपकी गोद में रख रहा हूं’
कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैं निखिल को आपकी (वोटरों की) गोद में रख रहा हूं। अब आप उसके माता-पिता की तरह हैं। एक बेटे के रूप में आपका विश्वास हासिल करना उसके ऊपर है। आपको किसी भी कीमत पर साजिश की राजनीति का शिकार नहीं होना चाहिए। उन्हें ताकतवर बनाने से आप ताकतवर होंगे।’ आज इससे पहले, कुमार स्वामी ने अपने बेटे के कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना का यह कहते हुए संकेत दिया था कि पार्टी कार्यकर्ता तय करेंगे कि अनीता को रामनगर से उम्मीदवार होना चाहिए या निखिल कुमारस्वामी को।
रामनगर से 1994 में विधायक बने थे देवेगौड़ा
बता दें कि देवेगौड़ा 1994 में रामनगर से विधायक बने थे, जबकि कुमारस्वामी ने 2004, 2008, 2013 और 2018 में इस सीट से जीत हासिल की थी। निखिल 2019 का लोकसभा चुनाव पार्टी के गढ़ मांड्या से बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुमलता अंबरीश से हार गए थे। JDS ने पिछला लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ा था, क्योंकि तब राज्य में कुमारस्वामी के नेतृत्व में दोनों दलों की गठबंधन सरकार थी। JDS को इसके विरोधी ‘परिवारवादी पार्टी’ भी कहते हैं, क्योंकि पार्टी संरक्षक देवेगौड़ा के परिवार के कम से कम 8 सदस्य राजनीति में हैं।
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