Gujrat Vidhansabha Election 2022: गुजरात की 182 विधानसभाओं के लिए आज दूसरे और आखिरी चरण का मतदान पूरा हो चुका है। भाजपा यहां 27 वर्षों से लगातार सत्ता में है। इस बार राज्य के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी अपनी किस्मत आजमा रही है। आप के आने से भाजपा और कांग्रेस के बीच होने वाली यह लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है। भाजपा को सत्ता विरोधी लहर होने की आशंका भी सता रही है। इसलिए पीएम मोदी ने इस चुनाव की कमान सीधे अपने हाथ में ले ली है। अगर इस बार भी भाजपा को यहां जीत मिलती है तो यह तय हो जाएगा कि पीएम मोदी भले ही अब दिल्ली आ गए हैं, लेकिन राज्य के लोगों का स्नेह और सम्मान उनके प्रति कम नहीं हुआ है। साथ ही इस चुनाव में होने वाली हार या जीत से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
इसीलिए अबकी बार गुजरात के परिणाम पर पूरे देश की निगाहें हैं। इस बार का यह चुनाव सिर्फ भाजपा, कांग्रेस और आप के बीच की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह पीएम मोदी के मान-सम्मान और गौरव का भी चुनाव है। साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह के भी सम्मान से जुड़ा है। वजह साफ है कि पीएम मोदी और अमितशाह दोनों का ही गृहनगर गुजरात है। ऐसे में गुजरात का किला जीतना भाजपा के साथ ही साथ पीएम मोदी और शाह के लिए कड़ी चुनौती और साख का सवाल बन गया है। अगर भाजपा इस बार भी सत्ता में आती है तो निश्चित रूप से इसका श्रेय पीएम मोदी को ही जाएगा। प्रधानमंत्री ने जिस तरह से गुजरात में ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं करने के साथ ही बंपर रोड शो निकाला था, उसके बाद से राज्य में माहौल बदलने का दावा भाजपा की ओर से किया जा रहा है। यह माहौल भाजपा को अगर इस बार भी सत्ता के शिखर तक पहुंचाता है तो निश्चित ही यहां एक नया इतिहास रचा जाएगा।
गुजरात मॉडल के साथ पीएम मोदी की अग्नि परीक्षा
भले ही यह चुनाव तीन पार्टियों के बीच हो रहा है, लेकिन इसका सीधा ताल्लुक पीएम मोदी के गुजरात मॉडल से भी जुड़ा है। राज्य के विधानसभा चुनावों का परिणाम यह भी बताएगा कि राज्य को आगे भी वही गुजरात मॉडल पसंद है, जिसे कभी पीएम मोदी ने दिया था या अब उसे दूसरे किसी मॉडल की दरकार है? यह चुनाव ये भी बताएगा कि कभी राज्य के दुलारे और लगातार तीन टर्म तक सीएम रहे नरेंद्र दामोदर दास मोदी के पीएम बन जाने के बाद स्थानीय लोगों का समर्थन और प्रेम उनके प्रति वही है या फिर वह भी जरूरत के अनुसार बदलाव की बयार में बह चुका है। यह चुनाव बताएगा कि गुजरात में सीएम भले ही कोई हो, लेकिन पीएम मोदी ने जो गुजरात मॉडल दिया और जो विकास किया, उसे राज्यवासी कभी भुला नहीं सकते।
राहुल गांधी और केजरीवाल का राजनीतिक भविष्य भी बताएगा परिणाम
गुजरात चुनावों का परिणाम इस बार राज्य में पहली बार उतरी आप पार्टी के साथ ही साथ उसके मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक भविष्य भी बताएगा। क्योंकि साफ-सुथरी राजनीति का दावा कर सत्ता में आई आप पार्टी इन दिनों भ्रष्टाचार और घोटालों के तमाम आरोपों से घिरी है। यह चुनाव बताएगा कि गुजरातियों को विकास चाहिए या फिर दिल्ली की तरह फ्री की पानी और बिजली? इसके साथ ही गुजरात का यह चुनाव कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का भी राजनीतिक भविष्य तय करेगा। इसके अलावा राहुल की भारत जोड़ो यात्रा अब तक कितना प्रासंगिक साबित हुई है, इसका फैसला भी काफी हद तक गुजरात चुनाव से ही तय हो जाएगा। कुल मिलाकर यह चुनाव सिर्फ भाजपा और पीएम मोदी के लिए ही नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी और हासिये पर पहुंची उनकी कांग्रेस पार्टी के लिए भी परीक्षा की कड़ी घड़ी है।
वर्ष 2002 से अब तक भाजपा को मिली सीटें
वर्ष सीट
2002 127
2007 117
2012 116
2017 99