Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने एक दूसरे को निशाना बनाने के लिए आक्रामक सोशल मीडिया अभियान शुरू किया है। दोनों प्रतिद्वंद्वी दल अधिक लाभ उठाने के प्रयास में कोई कसर छोड़ते नजर नहीं आ रहे हैं। भाजपा नेता संजय टंडन ने बताया, ‘‘पार्टी ने मंगलवार शाम से ‘नया रिवाज बनाएंगे, फिर भाजपा लाएंगे’ की टैगलाइन के साथ अभियान की शुरुआत की।’’ टैगलाइन जाहिर तौर पर प्रत्येक विधानसभा चुनाव में वैकल्पिक दलों की सरकारों को चुनने वाली राज्य की प्रवृत्ति को दर्शाती है।
भाजपा ने 15 सेकेंड के छोटे-छोटे वीडियो संदेश तैयार किए हैं, जिनमें से कुछ संदेशों में पुरानी पार्टियों को निशाना बनाया गया है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनावों के समय कथित तौर पर बड़े वादे करने और उसे पूरा नहीं करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा है। भाजपा के एक संदेश के मुताबिक, ‘‘उन्होंने (कांग्रेस) हिमाचल का विशेष दर्जा छीन लिया और हमने उसे सम्मानपूर्वक लौटा दिया।’’ यह संदेश भाजपा नेताओं के चुनाव प्रचार के दौरान इस बात का उल्लेख है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नीत तत्कालीन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा और एक औद्योगिक पैकेज दिया था, जिसे बाद में तत्कालीन कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) सरकार ने खत्म कर दिया था।
देश में एकता को मजबूत करती है पार्टी- भाजपा
भाजपा के एक संदेश के मुताबिक, पार्टी देश में एकता को मजबूत करती है, जबकि कांग्रेस ‘‘टुकड़े-टुकड़े’’ गिरोह चलाती है। भाजपा ने विपक्षी दल के शासन के दौरान कथित घोटालों को लेकर भी निशाना साधा। सत्तारूढ़ दल ने कहा कि उसने राज्य में एक ईमानदार और पारदर्शी शासन दिया है। एक अन्य वीडियो संदेश के मुताबिक, ‘‘हिमाचल की पुकार, फिर एक बार ईमानदार डबल इंजन भाजपा सरकार।’’ कांग्रेस ने ‘‘डबल इंजन वाली’’ सरकार के भाजपा के बार-बार किए गए दावे पर भी कटाक्ष किया, इसे ‘ट्रबल (परेशानी) इंजन’ करार दिया।’’
सड़कों की हालत वाकई खराब- कांग्रेस
विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में सड़कों की हालत वाकई खराब हो गई है। कांग्रेस ने कहा, ‘‘सड़कें नालियों में बदल गई हैं। चलना मुश्किल हो गया है।’’ संदेश के मुताबिक, ‘‘कांग्रेस का मतलब विकास और विश्वास की गांरटी।’’ दोनों पार्टियां अपने-अपने घोषणापत्र में जनता से किए गए वादों को प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया मंचों का आक्रामक रूप से इस्तेमाल कर रही हैं।