गुजरात इलेक्शन रिजल्ट्स 2022 : गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर indiatv.in से बात करते हुए इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने कहा कि बीजेपी की इस जीत के पीछे तीन अहम कारण हैं। पहला नरेंद्र मोदी का कैंपन, दूसरा अमित शाह का मैनजमेंट और तीसरा संगठन की ताकत, जिसका नेतृत्व गुजरात में सीआर पाटिल ने किया। रजत शर्मा ने चुनाव से पहले गुजरात बीजेपी नेतृत्व में बड़े बदलाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसा कदम नरेंद्र मोदी जैसा साहसी राजनेता ही उठा सकता है।
मोदी ने लिए साहसिक फैसले
उन्होंने कहा-'सबसे बड़ी बात ये है कि चुनाव से कुछ महीने पहले नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री और सारे मंत्रियों को बदल दिया। किसी राजनेता में इतना साहस नहीं है कि वह इस तरह के फैसले ले। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, नितिन पटेल... सौरभ पटेल, जैसे कद्दावर मंत्रियों को हटाना और यह उम्मीद करना कि ये भीतरघात नहीं करेंगे.. ये बड़ी बात है। यह नरेंद्र मोदी का अपने ऊपर विश्वास है। दूसरा अमित शाह का मैनेजमेंट। ग्राउंड लेवल पर बागियों को हटाना, उन्हें समझाने का काम अमित शाह ही कर सकते हैं।आखिरी दिनों में उन्होंने ग्राउंड लेवल पर बहुत काम किया।'
बीजेपी की जीत के तीन कारण
उन्होंने गुजरात में इस जीत के पीछे तीन कारण बताए। उन्होंने कहा-' जीत की वजह है मोदी का कैंपेन, अमित शाह का मैनेजमेंट और तीसरा संगठन जिसे सीआर पाटिल ने चलाया। गुजरात में बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत है उसका संगठन। मैंने किसी से पूछा कि अगर नितिन पटेल, विजय रुपाणी बगावत कर दें तो क्या होगा? मुझे बताया गया कि कुछ नहीं होगा... संगठन इतना मजबूत है कि लोग ये जानते हैं... संगठन नेता बनाता है... नेता संगठन नहीं बनाता। बीजेपी में इस बार संगठन के भी कई लोग टिकट के दावेदार थे लेकिन टिकट नहीं मिलने पर बागी उम्मीदवार के तौर पर खड़े हो गए लेकिन सब का सफाया हो गया। ये ताकत है बीजेपी के संगठन का जिसे मोदी ने 13 साल मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात में खड़ा किया। अगर ऐसा संगठन बीजेपी हर राज्य में खड़ा कर ले तो फिर हारने का सवाल ही नहीं होता।'
मोदी ने गुजरात की जनता का विश्वास अर्जित किया
मोरबी हादसे से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा-'मोरबी की घटना बहुत दुखद थी। पार्टी ने जिसे टिकट दिया उसने मोरबी हादसे में काफी काम किया। किसी राज्य में ऐसे दुखद हादसे में 150 लोगों की मौत हो जाए और वह चुनाव का मुद्दा न बने ऐसा नहीं हो सकता। ये नरेंद्र मोदी का विश्वास और उनकी ताकत है। 13 साल मुख्यमंत्री के तौर पर और 7 साल प्रधानमंत्री के तौर पर, कुल 21 साल उन्होंने गुजरात की जनता के साथ कनेक्ट किया है। जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने मुझसे कहा था कि देखिए मैं लोगों से कह दूं कि मैंने सड़कें बनवा दी.. स्टेशन बनवा दिए..हास्पिटल बनावा दिए... कहने से कुछ नहीं होता है.. बनना चाहिए। जब लोग इन चीजों को बना हुआ देखते हैं तब कहते हैं कि हां, काम हुआ है। जब तक लोग इन चीजों को महसूस नहीं कर लेते हैं तबतक नेता पर विश्वास नहीं करते। मोदी ने काम करके लोगों को विश्वास अर्जित किया है। लोगों को लगता है कि ये आदमी काम करता है। इसलिए लोगों में नरेंद्र मोदी के लिए रिस्पेक्ट है।'