गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियां ताबड़तोड़ प्रचार-प्रसार में अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदिक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे ही नेताओं के बयानबाजी भी शुरु हो गई है। पार्टियां जनता से लोक लुभावने वादे करते जा रही हैं। राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण इस सूबे में दो चरणों में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को मतदान होना है जबकि नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। इस बार का विधानसभा चुनाव और भी दिलचस्प होने जा रहा है क्यों कि अब भाजपा, कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में ताल ठोक रही है। आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव को त्रिकोणिय मुकाबले में तब्दील कर दिया है।
आम आदमी पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव में लगातार अपने जीत का दावा कर रही है। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल राज्य में ताबड़तोड़ रालियां कर रहे हैं और राज्य में अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे है। केजरीवाल ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव के 8 दिसंबर को आने वाले परिणाम में आम आदमी पार्टी की जीत सुनिश्चित है। केजरीवाल के इस दावे के बाद महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी सामने आई है। उन्होंने भावनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी की तुलना शादी में बिना बुलाए नाचने वालों से की है।
आप की तुलना शादी में बिना बुलाए नाचने वालों से की
देवेंद्र फडणवीस ने आम आदमी पार्टी के गुजरात चुनाव में दाखिल होने को लेकर कहा कि जब भी कोई शादी होती है तब बिना बुलाए नाचने वाले आ जाते हैं। हम उन्हें नहीं बुलाते लेकिन वह फिर भी आ जाते हैं और फिर वह नाचकर वापस चले जाते हैं। ठीक उसी तरह गुजरात में आम आदमी पार्टी बिना बुलाए नाचने के लिए आई है। ये गुजरात में आकर यहां की जनता से तमाम लोक लुभावने वादे कर रही है। इसी तरह ये लोग गोवा में भी गए थे और वहां पर भी ये लोग कुछ नहीं कर पाए थे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि झूठे वादे करना और झूठ बोलने के लिए तो आम आदमी पार्टी को ओलंपिक अवॉर्ड मिलना चाहिए।
कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा पर साधा निशाना
देवेंद्र फडणवीस ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलने के बाद कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मैं महाराष्ट्र से हूं और वहां पर एक युवराज अपनी यात्रा लेकर निकले हैं। भारत जोड़ो यात्रा कुछ भी नहीं यह सिर्फ नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने का काम है। जो लोग भी मोदी विरोधी हैं उन्हें इस यात्रा से जोड़कर अपने साथ लाने की कोशिश हो रही है।