गुजरात विधानसभा चुनाव शोर परिणाम आने के बाद थम गया। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड सीटें जित्कार साबित कर दिया कि गुजरात उसका एक ऐसा गढ़ हैं जहां उसे पराजित करना अभिमन्यु का चक्रव्यूह से निकलने के बराबर होगा। पार्टी ने यहां 182 में से 156 सीटें जीतकर एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो शायद आने वाले वर्षों में वह खुद भी न तोड़ पाए।
बीजेपी की इस आंधी में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हवा हो गए। दोनों पार्टियां सत्ता में आने का दावा कर रही थीं लेकिन दोनों दलों को मात्र इतने भी विधायक नहीं मिले जो उन्हें सत्ता के करीब भी पहुंचाते। कांग्रेस का आंकड़ा मात्र 17 सीटों तक पहुंचा तो वहीं आप के मात्र 5 उम्मीदवार ही विधायक बन सके। आप मुखिया जो 3 सीटों के जीतने की लिखित गारंटी दे रहे थे, वो भी वे हार गए।
सिर्फ 1 मुस्लिम उम्मीदवार ही बन सका विधायक
इन चुनावों में कई रोचक आंकड़े देखें को मिले। उन्हीं में से एक आंकड़ा ऐसा है जो लोगों को अत्यंत रोचक और हैरान करने वाला रहा। वह आंकड़ा है कि 182 विधायकों में से मात्र 1 मुस्लिम व्यक्ति ही इस बार विधानसभा की चौखट लांघ सकेगा। इन चुनावों में जमालपुर खड़िया से कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान खेड़ावाला ने बीजेपी उम्मीदवार भूषण भट को 13 हजार से अधिक वोटों से हराया। वह इस बार विधानसभा पहुंचने वाले इकलौते मुस्लिम विधायक होंगे। राज्य में लगभग 11 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है लेकिन विधायक मात्र 1 ही जीत सका। इन 11 फीसदी मुस्लिम वोटर्स में से एक दर्जन सीटों पर यह निर्णायक भूमिका अदा करते हैं। साथ ही 182 सदस्यीय गुजरात में 30 सीटें ऐसी थीं जहां मुस्लिम आबादी 15 फीसदी से अधिक है।
कांग्रेस ने 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को दिया था टिकट
अगर मुस्लिम उम्मीदवारों की बात करें तो इस बार चुनाव में कांग्रेस, AAP और औवैसी की पार्टी की ओर से मुस्लिम कैंडिडेट उतारे गए थे। वहीं बीजेपी की ओर से कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में नहीं था। कांग्रेस ने 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान फतह करने की जिम्मेदारी दी थी तो वहीं आप ने 3 मुस्लिम उम्मीदवारों को। वहीं ओवैसी की पार्टी AIMIM की ओर से भी कई मुस्लिम कैंडिडेट मैदान में थे लेकिन उनमें से एक भी उम्मीदवार जीतकर विधायक न बन सका। अगर बात करें पिछले विधानसभा चुनाव की तो कांग्रेस की ओर से 3 मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।