गुजरात में विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आ रही हैं। 1 दिसंबर को प्रथम चरण की वोटिंग होनी है और वहीं 5 दिसंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा। 8 दिसंबर को मतगणना होगी और उसके बाद परिणाम घोषित हो जायेगा।
गुजरात के विधानसभा चुनावों में मुख्यत: भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच टक्कर है। हालांकि कई सीटों पर निर्दलीय और बागी इन तीनों पार्टियों के उम्मीदवारों का खेल बिगाड़ सकते हैं। हालांकि डैमेज कंट्रोल के लिए पार्टियों ने बागियों को अपने दलों से बाहर का रास्ता दिखा दिया है लेकिन नुकसान का डर सभी को सता रहा है।
सर्वे में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े
मतदान से पहले इंडिया टीवी मैटराइज ने एक चुनावी सर्वे किया। जिसमें मतदाताओं से सवाल पूछा गया कि इन चुनावों में किसकी हवा है तो इसके जवाब में कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। प्रदेश में पिछड़े सनुदाय के वोटर बड़ी मात्रा में हैं। यह वोटरकिसी भी पार्टी की हवा बना और बिगाड़ सकते हैं। पिछड़े वर्ग के वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए सभी पार्टियों ने खूब प्रयास किये। लेकिन इसका परिणाम क्या रहा? वह नीचे दिए आंकड़ों से आप बखूबी समझ सकेंगे।
किस ओर जा रहा पिछड़ा वर्ग ?
इंडिया टीवी-मैटराइज के सर्वे में सामने आया कि प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पिछड़े वर्ग का मतदाता भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान कर रहा है। बीजेपी के पक्ष में पिछड़े वर्ग का 54% प्रतिशत मत जाता हुआ दिख रहा है तो वहीं कांग्रेस को इस वर्ग का कुल 39% ही समर्थन मिलने का अनुमान है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी को पिछड़े वर्ग के मात्र 5% वोट ही मिलते दिख रहे हैं। वहीं बचे हुए 3% मतदाता अन्य के खाते में जाते हुए दिख रहे हैं।