गुजरात विधानसभा चुनाव में BJP ने अपने कई दिग्गज नेताओं को टिकट नहीं दिया है। चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नराज जिन नेताओं ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अब उन पर पार्टी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। BJP ने घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले 12 नेताओं को बीते कल यानी 22 नवंबर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। BJP ने कहा कि इन नेताओं की सदस्यता रद्द कर दी गई है। BJP ने वड़ोदरा के 3, महिसागर के 2, पंचमहल, मेहसाणा, अरवल्ली और बनासकांठा के कुल 12 नेताओं को निलंबित कर दिया है। जो नेता बाहर हुए हैं उनका नाम है - दिनु पटेल, मधु श्रीवास्तव, कुलदीप सिंह उदय सिंह राउल, खतु पगी, एस.एम खांट, जे.पी पटेल, रमेश झाला, अमरीश झाला, धवलसिंह झाला, रामसिंह शंकर जी ठाकोर, मावजी देसाई और लेबजी ठाकोर।
कई दिग्गज विधायक हुए चुनावी मैदान से बाहर
गुजरात में BJP ने अपने कई मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया है। इस बार की उसकी क्या रणनीति है अब तो पार्टी ही जाने। आपको बता दें कि ऐसे कुल 42 मौजूदा विधायक हैं जिनको टिकट नहीं दिया गया है। पार्टी ने जब अपने उम्मीदवारों की पहली सूची निकाली थी तब 160 विधायकों में से 38 विधायकों के टिकट काट दिए थे। पार्टा के कई दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है और 8 दिसंबर को जनता का फैसला सामने आएगा।
दो दिन पहले भी अपने 7 नेताओं को किया था निलंबित
गुजरात में दो दिन पहले यानी 20 नवंबर को BJP ने अपने 7 नेताओं पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था। इन नेताओं ने BJP की तरफ से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था। गुजरात विधानसभा के पहले चरण में ये सभी 7 विधायक टिकट मांग रहे थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि इन नेताओं को पार्टी के विरोध में काम करने के आरोप में 6 साल के लिए निलंबित किया गया है। BJP ने जिनको बाहर किया था उनमें नांदोद से हर्षद वसावा, केशोद जूनागढ़ से टिकट की मांग कर रहे अरविंद लदानी, सुरेंद्रनगर के धनगड़रा से छत्रसिंह गुंजारिया, वलसाड के पारादी से केतन भाई पटेल, राजकोट ग्रामीण से भरत भाई चावड़ा, वेरावल से उदय भाई शाह और अमरेली के राजुला से टिकट मांग रहे करण भाई बरैया शामिल थे।