अहमदाबाद: आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने MCD का दंगल जीत लिया है। 15 साल से MCD पर बीजेपी का कब्जा था, जिसे छुड़ाकर अब अरविंद केजरीवाल की पार्टी काबिज हो गई। 250 सीटों की ये जंग काफी शानदार रही। दोनों ओर से जीत के दावे किए गए थे, इसी तरह का दावा कल यानी 8 दिसंबर को लेकर किया गया है। कल हिमाचल प्रदेश की 68 और गुजरात की 182 सीटों के नतीजे आएंगे। दोनों को मिला दें तो फिर सीटों की संख्या 250 हो जाती है यानी आज 250 सीटों का फाइनल आंकड़ा आया, कल भी जंग 250 सीटों की होगी। हालांकि ये एक बड़ी पिक्चर है क्योंकि इसमें हिमाचल प्रदेश और गुजरात जैसे राज्य हैं। हिमाचल प्रदेश में सत्ता हर 5 साल में बदलने का चलन रहा है लेकिन गुजरात में बीजेपी लगातार 6 बार से सत्ता में बनी हुई है। ये एक ऐसा किला है जिसे कांग्रेस भी नहीं हिला पाई।
इस बार अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने ताल ठोंकी है लेकिन वो बीजेपी को कितनी बड़ी चुनौती दे पाएंगे इसपर कल नजर रहेगी। आज से 10 दिन पहले केजरीवाल ने दावा किया था कि आम आदमी पार्टी गुजरात में तख्ता पलट कर देगी। इतना ही नहीं उन्होंने तो सीटों को भी एक पर्ची पर लिखकर बता दिया था।
नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर
गुजरात में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना में कुछ घंटों का समय बचा है और सत्तारूढ़ बीजेपी राज्य में लगातार सातवीं जीत को लेकर उत्साहित है। रिजल्ट से पहले गुजरात बीजेपी में खलबली मची हुई है। एग्जिट पोल के परिणामों को देख बीजेपी अति उत्साहित है और रिजल्ट पहले ही अपने जीत के जश्न की तैयारी में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक काउंटिंग से पहले बीजेपी की ओर से नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। गुजरात को संभवत: अगले रविवार या सोमवार को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा। हालांकि वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का फिर से मुख्यमंत्री बनना तय है। उम्मीद है कि नई सरकार के मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह उद्घाटन से पहले होगा।
बीजेपी , कांग्रेस और AAP के बीच त्रिकोणीय मुकाबला
गुजरात में बीजेपी , कांग्रेस और AAP के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि रिजल्ट यह निर्धारित करेगा कि गुजरात में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर कौन काबिज होगा। एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों में गुजरात में भाजपा के लिए बड़े बहुमत की भविष्यवाणी की गई है और अगर ये सच होते हैं तो पार्टी लगातार सातवीं बार राज्य में सत्ता बरकरार रखने और पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चे के कारनामे के बराबर उपलब्धि हासिल करती नजर आएगी। भाजपा के लिए यहां बड़ी जीत 2024 में प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार नरेन्द्र मोदी की दावेदारी को मजबूत करेगी।
AAP को उम्मीद- कल्याणकारी राजनीति को गुजरात के लोग स्वीकार करेंगे
बीजेपी के लिए मुख्य चुनौती के रूप में कांग्रेस की भूमिका दांव पर है और गुरुवार के नतीजों से पता चलेगा कि क्या पार्टी के ‘मूक अभियान’ ने लोगों को प्रभावित किया है। पार्टी के शीर्ष नेता भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त थे। आक्रामक प्रचार अभियान चलाने वाली आप के लिए गुजरात चुनाव खुद को राष्ट्रीय पार्टी के रूप में स्थापित करने और राष्ट्रीय स्तर पर भी बीजेपी को चुनौती देने का एक मौका है। दिल्ली नगर निकाय चुनाव में जीत से उत्साहित आप को उम्मीद है कि उसकी कल्याणकारी राजनीति को गुजरात के लोग स्वीकार करेंगे। भाजपा ने राज्य में 27 साल के शासन के बाद सत्ता विरोधी भावनाओं से जूझते हुए हाल के चुनाव लड़े। प्रधानमंत्री मोदी पार्टी के ‘तुरुप का इक्का’ थे और सत्तारूढ़ दल ने सत्ता विरोधी लहर के मुकाबले के लिये ‘ब्रांड मोदी’ पर भरोसा किया।