Highlights
- तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
- तृणमूल कांग्रेस अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।
- चर्चिल अलेमाओ एनसीपी के एकमात्र विधायक हैं।
पणजी: तृणमूल कांग्रेस ने जब से गोवा में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, तब से नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। अब विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी (एनसीपी) के एकमात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने अपनी पार्टी की राज्य विधायी इकाई का ममता बनर्जी नीत पार्टी तृणमूल कांग्रेस में विलय कर दिया है। गोवा विधानसभा में बेनौलिम सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे अलेमाओ ने संवाददाताओं से कहा कि आज वह ममता बनर्जी की मौजूदगी में औपचारिक रूप से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। अलेमाओ ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष राजेश पटनेकर से मुलाकात की और सूचित किया कि उन्होंने एनसीपी की गोवा विधायी इकाई का तृणमूल कांग्रेस में विलय कर दिया है।
पटनेकर से मुलाकात के बाद संवाददाताओं के एक सवाल पर अलेमाओ ने कहा, ‘‘मुझे क्यों विधायक पद से इस्तीफा देना चाहिए? मैं विधायक बना रहूंगा। मैंने पार्टी की विधायी इकाई का विलय तृणमूल कांग्रेस में किया है।’’ उन्होंने दावा किया कि वह एनसीपी के एकमात्र विधायक हैं और पार्टी की विधायी इकाई का शत प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत यह विलय वैध है।
अलेमाओ ने कहा, ‘‘दो तिहाई से अधिक सदस्य पार्टी विधायी इकाई का विलय कर सकते हैं। यहां, मैं शत प्रतिशत हूं।’’ इस पूरे घटनाक्रम पर टिप्पणी करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष उपलब्ध नहीं हुए। एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव के समय अक्सर लोग एक पार्टी को छोड़कर दूसरे में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर वह (अलेमाओ) तृणमूल कांग्रेस में जाना चाहते हैं, तो यह उनकी पसंद है। वह पिछले चुनाव में हमारी पार्टी में शामिल हुए थे। इससे क्या फर्क पड़ता है कि वह वह इस समय इस्तीफा देते हैं या नहीं, क्योंकि चुनाव नजदीक है।’’