Highlights
- भारतीय जनता पार्टी की 20 सीटों के साथ बहुमत की सरकार बन गई
- पार्टी की अंदरूनी कलह अभी पूरी तरह खत्म होती नजर नहीं आ रही है
- पूर्व सीएम प्रताप सिंह राणे के बेटे विश्वजीत राणे अचानक राज्यपाल को मिलने पहुंच गए
गोवा में भले ही भारतीय जनता पार्टी की 20 सीटों के साथ बहुमत की सरकार बन गई हो, लेकिन पार्टी की अंदरूनी कलह अभी पूरी तरह खत्म होती नजर नहीं आ रही है। कल देर रात सीएम पद में इच्छुक विधायक और गोवा के पूर्व सीएम प्रताप सिंह राणे के बेटे विश्वजीत राणे अचानक राज्यपाल को मिलने पहुंच गए। हालांकि बाद में विश्वजीत ने इसे महज एक अनौपचारिक मुलाकात बताया था।
वहीं, आज गोवा के कुछ अखबारों में विश्वजीत राणे की पत्नी जो परवेम विधानसभा सीट से गोवा में सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीतकर आई है को लेकर फुल पेज विज्ञापन छपा है। जिसमें लिखा है 'गोवा के इतिहास में ऐसा कभी नहीं, गोवा राज्य की स्थापना से लेकर अब तक ऐसा नहीं हुआ कि कोई उम्मीदवार किसी भी पार्टी का 13 हजार 943 वोट के अंतर से जीत दर्ज करे। परवेम से बीजेपी उम्मीदवार दिव्य विश्वजीत राणे ने ये कीर्तिमान हासिल किया है, महिला शक्ति का उदय हुआ है।'
ये दोनों घटनाएं यानी पति विश्वजीत राणे का राज्यपाल से मिलना और पत्नी का आज अखबारों में विज्ञापन डलवाना दोनों महज संयोग नहीं है, 2019 में भी जब मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा में नया मुख्यमंत्री बनाया जा रहा था तब प्रमोद सावंत के सामने विश्वजीत राणे ने अपनी दावेदारी पेश की थी। बाद में विश्वजीत को हेल्थ मंत्री बनाया गया।
2017 में बीजेपी सरकार बनवा चुके हैं विश्वजीत राणे-
विश्वजीत राणे 2017 में मनोहर पर्रिकर के कहने पर 17 सीटों वाली कोंग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए थे। तब बीजेपी की महज 13 सीट ही थी। विश्वजीत के पिता प्रताप सिंह राणे कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं और 9 बार लगातार विधायक रह चुके हैं और 3 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। विश्वजीत के अलावा कल रात तीसरी बार विधायक बने बाबुश मोंसेरेट ने भी कल रात बीजेपी विधायक गोविंद गावड़े और कुछ विधायकों के साथ एक होटल में बैठक करने पहुंच गए। हालांकि बाबुश का भी कहना है कि ये दोस्त विधायको की मीटिंग थी और कुछ नहीं, इसका सरकार बनाने से कोई लेना देना नहीं।