Highlights
- गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।
- सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस दावा कर रही हैं कि वे बहुमत का आंकड़ा प्राप्त कर लेंगी।
- MGP और तृणमूल मिलकर यह फैसला करेगी कि किसका समर्थन करना है और किसका नहीं: धवलीकर
पणजी: अधिकांश ‘एग्जिट पोल’ में गोवा (Goa Exit Poll) में त्रिशंकु विधानसभा होने के पूर्वानुमान जताये जाने के बीच भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को तटीय राज्य में सरकार बनाने के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी से समर्थन की जरूरत पड़ सकती है। सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस दावा कर रही हैं कि वे बहुमत का आंकड़ा प्राप्त कर लेंगी। साथ ही, दोनों दलों ने यह भी कहा है कि सीटें कम मिलने की स्थिति में वे दीपक धवलीकर के नेतृत्व वाले MGP से समर्थन मांगेंगे। गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ था और मतगणना 10 मार्च को होगी।
2017 में सरकार नहीं बना पाई थी कांग्रेस
बता दें कि 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सर्वाधिक 17 सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी को 13 सीट मिली थी। हालांकि, भगवा दल ने लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (GFP) और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली थी। 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद जब प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री बने थे, तब MGP के 2 मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया था। एमजीपी और तृणमूल कांग्रेस ने यह चुनाव साथ मिल कर लड़ा है।
‘पार्टी नेतृत्व ने MGP से बातचीत शुरू कर दी है’
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को कहा कि बीजेपी नेतृत्व ने बहुमत का आंकड़ा नहीं छूने की स्थिति से निपटने के लिए समर्थन पाने को लेकर MGP से बातचीत शुरू कर दी है। बीजेपी ने इस बार अकेले चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने विजय सरदेसाई के नेतृत्व वाले GFP के साथ गठबंधन किया था। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के प्रमुख दिनेश जी. राव ने रविवार को कहा था कि अगर पार्टी को बहुमत नहीं मिला, तो वह आम आदमी पार्टी (AAP), MGP और तृणमूल कांग्रेस जैसे दलों के साथ चुनाव के बाद गठबंधन करने को तैयार है।
‘बीजेपी ने एमजीपी के साथ काफी गलत किया है’
कांग्रेस नेता माइकल लोबो ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस-GFP गठबंधन के 21 से अधिक सीटें हासिल करने के बाद भी वे सरकार में MGP को शामिल करेंगे। लोबो ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने MGP के साथ काफी गलत किया है। लोबो इस साल जनवरी में ही बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। MGP के विधायक सुदीन धवलीकर ने कहा कि परिणाम आने पर तृणमूल को विश्वास में लेने के बाद ही वह गठबंधन पर कोई फैसला करेंगे।
‘सावंत का कभी समर्थन नहीं करेगी एमजीपी’
धवलीकर ने कहा, ‘MGP और तृणमूल मिलकर यह फैसला करेगी कि किसका समर्थन करना है और किसका नहीं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि अभी हमें नहीं पता किसको कितनी सीट मिलेगी।’ वहीं, सुदीन धवलीकर ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी तृणमूल को विश्वास में लेकर गोवा चुनाव परिणाम के बाद अपना रुख तय करेगी, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में प्रमोद सावंत का ‘कभी समर्थन नहीं’ करेगी। उन्होंने कहा कि सावंत ने ही MGP के मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया था। (भाषा)