नई दिल्ली, 5 दिसंबर: इंडिया टीवी-मैटराइज न्यूज के एग्जिट पोल के अनुसार हिमाचल प्रदेश में भाजपा ट्रेंड बदलकर लगातार दूसरी बार सरकार बनाती दिख रही है। जबकि वर्ष 1985 के बाद से हिमाचल में प्रत्येक 5 वर्ष में सरकार बदलने का ट्रेंड चलता आ रहा है। मगर इस बार के इंडिया टीवी-मैटराइज न्यूज के एक्जिट पोल के मुताबिक पुराना ट्रेंड बदलता दिख रहा है। भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता के करीब पहुंचकर नया इतिहास बनाती दिख रही है।
भारत जोड़ो यात्रा से भी कांग्रेस में नहीं आ सका करंट
एग्जिट पोल के मुताबिक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भी हिमाचल कांग्रेस में वह करंट नहीं आ सका, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। जबकि पिछले 37 वर्षों से हिमाचल में हर बार सरकार बदलने का ट्रेंड भी इस बार कांग्रेस के पक्ष में था, क्योंकि कांग्रेस विपक्ष में थी। इस लिहाज से अबकी बार हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बन सकती थी। मगर एग्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक भाजपा ने कांग्रेस के सत्ता में आने के सपने को चकनाचूर कर दिया है।
सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा को पूरा बहुमत
एक्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक हिमाचल में भले ही भाजपा को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इसके बावजूद वह पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना सकती है। 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल प्रदेश में भाजपा को 35 से 40 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि वर्ष 2017 के मुकाबले उसे करीब 4 सीटों का नुकसान हो रहा है। हिमाचल में बहुमत के लिए 35 सीटों की जरूरत होती है। वहीं कांग्रेस को न तो भाजपा के खिलाफ बने सत्ता विरोधी लहर का फायदा मिलता दिख रहा है और न ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का। लिहाजा उसे सिर्फ 26 से 31 सीटें ही मिलने का अनुमान है।
हिमाचल में आप का खाता खुलना मुश्किल
पहली बार हिमाचल चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी को यहां जोर का झटका लग सकता है। एग्जिट पोल के अनुमान के आधार पर आप का हिमाचल में खाता खुलना भी संभव नहीं लग रहा है। मतलब साफ है कि अरविंद केजरीवाल का जादू फिलहाल दिल्ली और पंजाब तक ही सीमित रहने का अनुमान है। भ्रष्टाचार और घोटालों से घिरी आप की दिल्ली और पंजाब की सरकार का खामियाजा उसे हिमाचल में मिलता दिख रहा है।