शिमला: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गुरुवार को पूरी ताकत झोंक दी और पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली के वादे पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इस पर्वतीय राज्य की जनता सत्ता बदलने के रिवाज को बरकरार रखने वाली है। प्रियंका ने सरकार बनने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ओपीएस को मंजूरी दिए जाने का वादा किया और कहा कि यह कोई ‘जुमला’ नहीं है जिसे पूरा नहीं किया जा सके। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान को लेकर उन पर परोक्ष रूप से पलटवार करते हुए कहा कि सबको पता है कि आजादी के बाद किसने स्थिर सरकारें दीं और किसने ‘‘विधायक खरीदकर’’ सरकारें गिराई हैं।
वहीं राहुल गांधी ने भी पुरानी पेंशन योजना का पक्ष लेते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ‘‘पुरानी पेंशन सुरक्षा है, एक वादा है, नई पेंशन की तरह सौदा नहीं। हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को कांग्रेस पुराना विश्वास लौटाएगी।’’ राहुल ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड में ओपीएस बहाल हुई। अब हिमाचल की बारी है।’’ वहीं प्रियंका ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन सिरमौर में बड़ी सभा को संबोधित किया। कांग्रेस नेता ने लोगों का आह्वान किया कि सोच-समझकर वोट करें और किसी की बातों से गुमराह नहीं हों।
हिमाचल चुनाव के लिए थमा प्रचार
हिमाचल प्रदेश में गुरुवार शाम 5 बजे चुनाव प्रचार खत्म हो गया। चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले पार्टी ने सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में ‘विजय आशीर्वाद रैली’ निकाली जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। प्रियंका गांधी ने जनसभा में प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘भाजपा के बड़े नेताओं ने कहा कि कांग्रेस आपको स्थिर सरकार नहीं दे सकती। आजादी के बाद स्थिर सरकारें किसने दीं और किसने अस्थिरता फैलाई? पैसे से विधायकों को खरीदकर सरकारों को गिराने वाले कौन हैं?’’
'आज की राजनीति में पैसे और झूठ का बोलबोला'
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राज्य में एक चुनावी सभा में कहा था कि कांग्रेस स्थिर सरकार नहीं दे सकती है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस यदि राज्य में सरकार बनाती है तो केवल विकास को बाधित ही करेगी। प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के एक और बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘आपसे कहा जाता है कि दवाई बदलेंगे तो मरीज ठीक नहीं होगा। ऐसे लगता है कि हिमाचल प्रदेश बीमार है। यह सब फिजूल की बाते हैं। आप सब जानते हैं।’’ उनका कहना था, ‘‘इस मंच से आपसे कोई भी कुछ भी कह सकता है। आज की राजनीति में देख रहे हैं कि पैसे और झूठ का बोलबोला है। नेता कुछ भी वादा करते हैं। पांच साल बाद आपको पता चलता है कि कुछ नहीं हुआ है।’’ प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं आपसे यह आग्रह करना चाहती हूं कि आप अपनी परिस्थितियों और अपने अनुभव के आधार पर वोट करिये।’’
'उद्योगपति मित्रों के कर्ज माफ करने के लिए पैसे कहां से आते हैं?’
उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर मंत्रिमंडल की पहली बैठक में पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बहाल करने का फैसला होगा। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ओपीएस लागू है। भाजपा के लोग कहते हैं कि ओपीएस के लिए पैसे कहां से आएंगे। उनसे मैं पूछना चाहती हूं कि उद्योगपति मित्रों के कर्ज माफ करने के लिए पैसे कहां से आते हैं?’’ उन्होंने कहा कि ओपीएस कोई ‘जुमला’ नहीं है और सरकार बनते ही इसे पहले फैसले के तौर पर लागू किया जाएगा। राज्य की सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा। 8 दिसंबर को मतगणना होगी।