भोपाल: मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव बेहद ही रोचक हो चुका है। यहां मुख्य रूप से लड़ाई भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है। अभी चुनाव तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन माना जा रहा है कि अक्टूबर के शुरुआती 10 दिनों में चुनाव आयोग चुनावों का ऐलान कर देगा। चुनावों के ऐलान से पहले पार्टियां अपने किले मजबूत करने में जुटी हुई हैं। प्रदेश में पिछले कई वर्षों से बीजेपी की सरकार है। हालांकि साल 2018 में 15 महीने के लिए कांग्रेस की सरकार आई थी, लेकिन वह ज्यादा चली नहीं और बीजेपी वापस सत्ता में आ गई।
इस बार का विधानसभा चुनाव दोनों ही पार्टियों के लिए नाक का सवाल बन चुका है। इसी बीच ETG का ओपिनियन पोल सामने आया है। इस पोल में प्रदेश की सभी 230 सीटों का रुझान सामने आया। रुझानों में कांग्रेस पार्टी को बड़ी सफलता मिलती हुई दिख रही है। ETG के अनुसार, कांग्रेस यहां 118-128 सीटों पर विजय हासिल कर सकती है। वहीं सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी राज्य में पिछड़ती हुई नजर आ रही है। पार्टी यहां 102-110 सीटों पर ही जीतती हुई नजर आ रही है। वहीं अन्य के खाते में 0-2 सीटें जाती हुई दिख रही हैं।
वहीं अगर अब मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाकों की बात करें तो प्रदेश को कुल 6 हिस्सों में बांटते हैं और समझने की कोशिश करते हैं कि किस इलाके में कौन सा दल बढ़त बना रहा है। प्रदेश को महाकौशल, ग्वालियर-चम्बल, सेन्ट्रल एमपी, बुंदेलखंड, विंध्य और मालवा इलाकों में बातकर समझते हैं कि कौन कहां मजबूत है?
सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस लगा रही जबरदस्त सेंध
प्रदेश के महाकौशल इलाके में बीजेपी मजबूत नजर आ रही है। यहां कुल 38 विधानसभा की सीटें हैं। जिनमें से 18 से 22 सीटों पर बीजेपी आगे है। वहीं 16 से 20 सीटों पर कांग्रेस जीतती हुई नजर आ रही है। वहीं अगर बात करें ग्वालियर-चंबल संभाग की बात करें तो यहां से बीजेपी बुरी तरह से पिछड़ रही है। इस संभाग में कुल 34 सीटें हैं और यहां से बीजेपी मात्र 4 से 8 सीटों पर जीतती हुई नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस 26 से 30 सीटों पर विजय होती दिख रही है। बता दें कि यह इलाका बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर का गढ़ माना जाता है। दोनों नेताओं की राजनीति पिछले कई वर्षों से इसी इलाके में फल-फूल रही है।
मालवा संभाग के सहारे सत्ता में आती दिख रही कांग्रेस
वहीं सेंट्रल एमपी इलाके में BJP को फायदा होता हुआ दिख रहा है। यहां कुल 36 सीटें हैं और इनमें से बीजेपी 22 से 24 सीटों पर जीतती हुई दिख रही है तो वहीं कांग्रेस यहां से 12 से 14 सीटों पर जीत सकती है। 6 संभागों में सबसे ज्यादा लड़ाई बुंदेलखंड इलाके में है। यहां की कुल 26 सीटों में से 13 से 15 सीटों पर बीजेपी जीत सकती है तो 11 से 13 सीटों पर कांग्रेस बढ़त बनाते हुए दिख रही है। इसके साथ ही प्रदेश के विंध्य इलाके में BJP को फायदा होता हुआ दिख रहा है। यहां कुल 30 सीटों में से बीजेपी 19 से 21 सीटें तो कांग्रेस 8 से 10 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। वहीं मालवा इलाके में कांग्रेस बढ़त बनाते हुए सत्ता में काबिज होती हुई दिख रही है। यहां की कुल 66 सीटों में से बीजेपी मात्र 20 से 24 सीटों पर तो कांग्रेस 41 से 45 सीटों पर जीत हासिल करती हुई नजर आ रही है।