बेंगलुरु: केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले पार्टी उम्मीदवारों को बी-फॉर्म जारी करने के दौरान उनसे कथित रूप से रिश्वत मांगने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार के खिलाफ शुक्रवार को कार्रवाई की मांग की। करंदलाजे राज्य चुनाव प्रबंधन समिति की संयोजक हैं।
कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि शिवकुमार ने खुद स्वीकार किया है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए टिकट की चाह रखने वाले उम्मीदवारों से पैसे इकट्ठे किए हैं। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा के समक्ष दर्ज कराई गई शिकायत में करंदलाजे ने शिवकुमार के साथ-साथ कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की।
आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, “शिवकुमार ने खुले तौर पर कहा है कि प्रदेश कांग्रेस ने टिकट के बदले उम्मीदवारों से पैसे लिए हैं। यह भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के प्रावधानों के तहत रिश्वतखोरी के अलावा कुछ और नहीं है, साथ ही चुनाव कानूनों और आदर्श आचार संहिता का गंभीर उल्लंघन है।”
डी के शिवकुमार का नामांकन स्वीकार
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है। गौरतलब है कि उन्होंने अपने नामांकन पत्रों के खारिज होने की आशंका जताई थी। वहीं राज्य में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 3,044 वैध उम्मीदवार मैदान में हैं। शुक्रवार को जांच के दौरान उनके नामांकन सही पाए गए। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, हालांकि जांच में पांच विधानसभा क्षेत्रों को शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि सवदत्ती-येल्लम्मा, औराद, हावेरी (एससी), रायचूर और शिवाजीनगर निर्वाचन क्षेत्रों में जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार का नामांकन स्वीकार कर लिया गया है।
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