Highlights
- शिवसेना सांसद सजंय राउत ने बीजेपी पर तंज कसा
- सजंय राउत ने बताया सपा के साथ क्यों नहीं किया गठबंधन
- यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगी शिवसेना
नई दिल्ली: उत्तरप्रदेश विधानसभा के चुनावों की तारीखों का ऐलान के बाद से ही के बाद से बीजेपी के नेताओं के पार्टी छोड़ने को लेकर शिवसेना सांसद सजंय राउत ने बीजेपी पर तंज कसा है। संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि समझ लीजिए कि हवा किस दिशा में जा रही है। दरअसल यूपी में चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी के विधायक और मंत्री इस्तीफा दे-देकर जा रहे हैं। लगातार पार्टी के नेता और विधायक कोई न कोई हवाला देकर, पार्टी छोड़ रहे हैं। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत करीब 14 विधायक बीजेपी छोड़ चुके हैं। इस पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को बयान दिया कि इस्तीफों का आंकड़ा बढ़ता जाएगा, ये तो शुरूआत है।
संजय राउत ने कहा, उत्तर प्रदेश में बीजेपी को झटके पर झटके लग रहे हैं। मेरी जानकारी है कि 10 मंत्री और इस्तीफा दे सकते हैं। जब अपने प्रमुख मंत्री ही छोड़कर जा रहे हैं, तो समझ लीजिए कि हवा किस दिशा में जा रही है। इस बार यूपी के में मैदान में शिवसेना है, इस बार हम चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, संजय राउत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि वह इतने ताकतवर नेता हैं कि वह कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे, तो जीतेंगे ही। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ बड़े नेता हैं और हम उनका आदर करते हैं।
इससे पहले संजय राउत ने गुरुवार को साफ कर दिया था कि समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ वैचारिक मतभेद के चलते यूपी में शिवसेना अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है। राउत ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में बदलाव देखना चाहते हैं लेकिन वैचारिक मतभेद के चलते समाजवादी पार्टी गठबंधन नहीं कर सकते। शिवसेना उत्तर प्रदेश में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना लंबे समय से उत्तरप्रदेश में काम कर रही हैं। लेकिन चुनाव अब तक नहीं लड़ा क्योंकि भाजपा को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे।
इससे पहले संजय राउत ने बुधवार को मीडिया से बात करते ने कहा था कि बीजेपी को सावधान रहने की आवश्कता है। अभी लहरों की चाल धीमी है लेकिन तेज लहरों से भाजपा का जहाज डगमगा सकता है। बीजेपी ओपिनियन पोल की अफवाह भी फैला रही है, उस पर भरोसा करना सही नहीं है। गोवा और उत्तर प्रदेश में निश्चित ही बदलाव नजर आएगा। उन्होंने कहा था कि शिवसेना की लड़ाई बीजेपी के नोट से है, शिवसेना आम जन की पार्टी है और हम लोगों से कहना चाहते हैं कि पैसे के लालच में न आएं। (इनपुट- IANS)