Gujarat Election 2022: गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है। AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से यूनिफॉर्म सिविल कोड(UCC) को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव में अपने वोट बैंक को बढ़ाने और हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड के मुद्दे को उठा रही है। दरअसल, राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी की सरकार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के लिए एक कमेटी गठित की है। इस कमेटी के प्रस्ताव को शनिवार को हुई राज्य की मंत्रीमंडल की मीटिंग में मंजूरी दी गई। इस फैसले के बाद विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है।
'केंद्र को है UCC को लागू करने अधिकार, न कि राज्यों को'
AIMIM के चीफ ने राज्य के वडगाम में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम को कोर्ट को बताया था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड(UCC) को लागू करने का अधिकार केंद्र के पास है, न कि राज्यों के पास। ओवैसी ने कहा कि क्या यह सच नहीं है कि बाबासाहेब आंबेडकर ने कहा था कि यूनिफॉर्म सिविल कोड स्वैच्छिक होना चाहिए और अनिवार्य नहीं। इसके साथ ही ओवैसी ने आरोप लगाया कि बीजेपी केवल अपने हिंदुत्व वाले एजेंडे के साथ चलना चाहती है। उन्होंने कहा कि मुझे कोई हैरानी नहीं है क्यों कि वोट बैंक को बनाने के लिए चुनाव से पहले ऐसे मुद्दों को उठाना बीजेपी की हैबिट है।
UCC कमेटी के गठन के प्रस्ताव को मिली मंजूरी
आपको बता दें कि गुजरात सरकार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू करने के लिए एक कमेटी गठित की है। राज्य मंत्रिमंडल की शनिवार को हुई बैठक के दौरान कमेटी के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। बता दें कि इसे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली कैबिनेट की अंतिम बैठक माना जा रहा है, क्योंकि राज्य विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम का ऐलान अगले वीक में किसी भी दिन हो सकता है। बता दें कि AIMIM प्रमुख अपने दो दिनों के गुजरात के दौरे पर हैं।