कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों में पिछड़ने के बावजूद भाजपा ने उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता सदानंद गौड़ा का कहना है कि अभी शुरुआती रुझानों के आधार पर कोई भी अंतिम फैसला देना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि आगे कुछ और राउंड के बाद थोड़ा स्पष्ट होगा कि वास्तविक स्थिति क्या होने वाली है, लेकिन यह भी अंतिम नहीं है। उन्होंने कहा कि हर चरण में कड़ी लड़ाई है, क्योंकि हमारे विपक्षी दलों(जेडीएस और कांग्रेस) ने हाथ मिला लिए हैं।
आपको बता दें कि एग्जिट पोल के नतीजों के आधार पर ही शुरुआती रुझान आते दिख रहे हैं। लगभग सभी एग्जिट पोल में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनते दिखाया गया था। 224 विधानसभा सीटों वाले राज्य में अभी तक आरंभ के रुझानों में कांग्रेस ने 116 सीटों पर बढ़त बना ली है। जो कि सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत है। कर्नाटक में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की ही जरूरत है। मगर शुरुआती रुझानों में कांग्रेस ने इस आंकड़े को भी पार कर लिया है। अभी तक भाजपा 76 और जेडीएस 29 सीटों पर आगे चल रही है।
कई सीटों पर कड़ी टक्कर
कई सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच बेहद कड़ी टक्कर चल रही है। उन सीटों पर चुनाव परिणाम किस पार्टी के पक्ष में जाएंगे यह भी देखने वाली बात होगी। सदानंद गौड़ा का कहना है कि कांग्रेस और जेडीएस के हाथ मिला लेने से भाजपा के लिए कई सीटों पर बेहद कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि हार मानने से पहले अभी उन्हें आखिरी समय तक चुनाव नतीजों का इंतजार है।