Bihar Bye-Election 2022 : बिहार में गोपालगंज और मोकामा विधानसभा सीटों पर होनेवाले उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार आज खत्म हो गया। इन दोनों सीटों पर तीन नवंबर को वोटिंग होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एक वीडियो मैसेज जारी कर मोकामा के लोगों से आरजेडी उम्मीदवार नीलम देवी को वोट देने की अपील की थी। नीलम देवी के पति अनंत सिंह को विधायक पद से अयोग्य ठहराए जाने के कारण उपचुनाव कराना पड़ा है।
तेजस्वी यादव ने संभाल रखी थी प्रचार की कमान
उपमुख्यमंत्री और आरजेडी के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार अभियान की कमान संभाल रखी थी और उन्होंने अपने पैतृक जिले गोपालगंज के साथ-साथ मोकामा में रैलियों को संबोधित किया। गोपालगंज में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लगातार चार बार जीत दर्ज की है और आरजेडी का इरादा इसबार भाजपा से इस सीट को छीनना है। भाजपा ने गोपालगंज से चार बार के विधायक रहे दिवंगत सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनावी मैदान में उतारा है। सिंह की मृत्यु के कारण उपचुनाव कराना पड़ा है।
तेजस्वी यादव ने मामा साधु यादव और ओवैसी पर साधा निशाना
तेजस्वी ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार मोहन प्रकाश गुप्ता के पक्ष में प्रचार अभियान के दौरान एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अपने मामा साधु यादव और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अपना प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे जाने की ओर इशारा करते हुए मतदाताओं से कहा था, ‘‘यहां भाजपा की ‘बी टीम’ भी चुनाव लड़ रही है। जो स्वयं तो चुनाव जीतेंगे नहीं, भाजपा को जिताने का काम करेंगे। आप सब ज्यादा होशियार हैं सब को पहचानते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से सावधान रहना है।’’
साधु यादव की पत्नी गोपालगंज से बीएसपी उम्मीदवार
तेजस्वी के मामा साधु यादव की पत्नी इंदिरा यादव इस बार गोपालगंज से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। साधु यादव 2000 में इस सीट से राजद उम्मीदवार के तौर पर जीते थे और 2020 में बसपा के प्रत्याशी के तौर पर दूसरे नंबर पर रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पाटी जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू) ने राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जैसे पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों को अपने सहयोगी दल राजद के उम्मीदवार के पक्ष में चुनावी प्रचार के लिए मैदान में उतारकर अपने शीर्ष नेता की अनुपस्थिति की भरपाई करने की कोशिश की।
चिराग पासवान ने बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में किया प्रचार
भाजपा द्वारा दोनों विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के राज्य स्तरीय नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए उतारे जाने के साथ पिछले दिनों इसमें उस वक्त और गति आ गयी जब लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार करने के लिए इन क्षेत्रों का दौरा किया। चिराग के विद्रोही चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हैं और वह पहले से ही भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। इन दोनों नेताओं के आपसी मतभेदों के बावजूद, उनके समर्थन से भाजपा को दलित वोटों का एक बड़ा हिस्सा हासिल होने की उम्मीद जगी है।
सूरज भान सिंह भी प्रचार अभियान में सक्रिय
भाजपा के प्रचार अभियान में मोकामा में पूर्व सांसद और पूर्व स्थानीय विधायक सूरज भान सिंह भी शामिल रहे हैं, जो पारस के नेतृत्व वाले लोजपा के अलग समूह के साथ हैं। मोकामा में स्थानीय बाहुबली एवं अनंत सिंह के विरोधी ललन सिंह को सूरज भान सिंह का विश्वासपात्र माना जाता है। ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी इस सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। खूंखार गैंगस्टर से राजनेता बने सूरज भान सिंह ने 2000 के विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह के बड़े भाई दिलीप सिंह जो पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के कार्यकाल में मंत्री थे, को मोकामा से एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में हराया था। दोनों सीटों के लिए तीन नवंबर को वोटिंग होगी और नतीजे सात नवंबर को घोषित किए जाएंगे।