Highlights
- मोकामा में नीलम सिंह और सोनम देवी के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है।
- ललन सिंह और अनंत सिंह भी विधानसभा चुनाव में आमने-सामने लड़ चुके हैं।
- अनंत सिंह फिलहाल जेल में हैं लेकिन इलाके में उनका दबदबा माना जाता है।
Bihar By Election 2022: बिहार देश का एक ऐसा राज्य है जहां होने वाली सियासी घटनाएं हमेशा सुर्खियों में बनी रहती हैं। फिलहाल सूबे की मोकामा विधानसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव चर्चा के केंद्र में है। इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन और भारतीय जनता पार्टी, दोनों ने ही बाहुबलियों की पत्नियों को मैदान में उतारा है और इन दोनों के बीच ही मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। दोनों ही प्रत्याशियों ने शुक्रवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया।
RJD से नीलम सिंह तो BJP से सोनम देवी मैदान में
राष्ट्रीय जनता दल ने मोकामा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह को टिकट दिया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने मैदान में बाहुबली ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी को मैदान में उतारा है। शुक्रवार को नामांकन के दौरान दोनों ही पार्टियों ने शक्ति प्रदर्शन भी किया। जेल में बंद अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी खुली जीप में रोड शो करते हुए नामांकन करने पहुंचीं। नीलम सिंह के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता भी थे और उन्होंने अपनी प्रत्याशी के पक्ष में जमकर नारेबाजी की। हालांकि नीलम सिंह के नामांकन के दौरान महागठबंधन का कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा।
सोनम देवी ने भी शुक्रवार को ही भरा नामांकन
वहीं, दूसरी ओर ललन सिंह की पत्नी और भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सोनम देवी ने भी शुक्रवार को ही अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनके साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अपना पर्चा दाखिल किया। बता दें कि मोकामा विधानसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव दोनों ही पक्षों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।
इलाके में माना जाता है अनंत सिंह का दबदबा
पूर्व विधायक अनंत सिंह भले ही इस समय जेल में हैं लेकिन इलाके में उनका दबदबा माना जाता है। वहीं, ललन सिंह भी इलाके में बाहुबली के तौर पर जाने जाते हैं और हाल ही में जेडीयू छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। ऐसे में इस चुनाव में 2 बाहुबलियों की टक्कर होनी तय है। इससे पहले ललन सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ 3 बार चुनाव लड़ा और हर बार उन्हें नाकामी ही हाथ लगी। ललन ने अनंत के खिलाफ एक बार जन अधिकार पार्टी से और दो बार लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ा था।