Highlights
- मोदी के 'यूपी+योगी बहुत है उपयोगी' नारे पर अखिलेश ने योगी सरकार पर कसा तंज
- अगर कोई उप-योगी है तो मुख्य-योगी कौन है- अखिलेश यादव
- ये नाम बदलने वाली सरकारी है- अखिलेश यादव
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा के लिए 'यूपी प्लस योगी बहुत है अपयोगी' का शनिवार को नया नारा गढ़ने के कुछ समय बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की मौजूदा सरकार को राज्य के लिए अनुपयोगी करार दिया। यादव ने एक ट्वीट में कहा, ''हाथरस की बेटी, लखीमपुर का किसान, गोरखपुर का व्यापारी, असुरक्षित महिला, बेरोज़गार युवा, पीड़ित दलित-पिछड़े सब कह रहे हैं… यूपी के लिए वर्तमान सरकार उपयोगी नहीं, अनुपयोगी है। यूपी वाले कह रहे हैं अगर कोई ‘उप-योगी’ है; तो ‘मुख्य-योगी’ कौन है। ‘यूपी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा’।''
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर कोई उप-योगी है, तो मुख्य-योगी कौन है। यूपी के लिए वर्तमान सरकार उपयोगी नहीं है। यूपी में सपा सरकार के कामों का नाम बदला जा रहा है। ये नाम बदलने वाली सरकार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को "माफियाओं" को खत्म करने और राज्य में बहुत सारे विकास कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करने के लिए एक नया नारा "यूपी प्लस योगी बहुत है उपयोगी" दिया। मोदी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखने के बाद एक रैली को संबोधित कर रहे थे। भाजपा पहले ही घोषणा कर चुकी है कि प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में योगी आदित्यनाथ ही मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी का चेहरा होंगे।
इनकम टैक्स की रेड को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले यूपी में समाजवादी पार्टी के 3 बड़े नेताओं के घरों पर एक ही समय में इनकम टैक्स की रेड ने सियासी माहौल गर्मा दिया है। लखनऊ, मैनपुरी और मऊ में अखिलेश के करीबियों पर रेड की कार्रवाई की गई है। मऊ में एसपी प्रवक्ता राजीव राय के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ा है। इसके अलावा मैनपुरी में RCL ग्रुप के मालिक और सपा के राष्ट्रीय महासचिव मनोज यादव और जैनेंद्र यादव के लखनऊ के घर पर इनकम टैक्स ने छापा मारा है। इनकम टैक्स की रेड को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि चुनाव से पहले ही क्यों छापे पड़ रहे हैं। सीबीआई, आईटी भी यूपी में चुनाव लड़ने आ रही है। बीजेपी कांग्रेस के रास्ते पर चल रही है। बीजेपी को हार का डर सता रहा है इसलिए दिल्ली से टीम आ रही है।