Highlights
- अनूपशहर विधानसभा सीट से गठबंधन की तरफ से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार केके शर्मा ताल ठोकेंगे।
- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने एनसीपी समेत कई पार्टियों के साथ गठबंधन किया है।
- पवार ने कहा था कि यूपी चुनाव से पहले किए जा रहे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का मतदाता मुंहतोड़ जवाब देंगे।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी गठबंधन ने बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपने पहले उम्मीदवार का नाम घोषित कर दिया। उत्तर प्रदेश की अनूपशहर विधानसभा सीट से गठबंधन की तरफ से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार केके शर्मा ताल ठोकेंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने कई पार्टियों के साथ गठबंधन किया है जिनमें शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी शामिल है। NCP सुप्रीमो शरद पवार ने मंगलवार को घोषणा की थी कि उनकी पार्टी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सपा नीत गठबंधन के हिस्से के तौर पर लडेगी।
‘परिवर्तन देख रही है यूपी की जनता’
पवार ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की जनता इस बार राज्य में परिवर्तन को देख रही है। उन्होंने कहा था, ‘उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले किए जा रहे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का मतदाता मुंहतोड़ जवाब देंगे।’ पवार ने कहा कि एनसीपी गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव भी लड़ेगी। पवार ने कहा कि मणिपुर में राकांपा की कांग्रेस के साथ सहमति बन गई है जबकि गोवा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस से बात चल रही है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ की ‘80 के अनुपात में 20’ की टिप्पणी की भी निंदा की। उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उत्तर प्रदेश का चुनाव ‘80 के मुकाबले 20 की लड़ाई’ है।
सपा ने कभी नहीं जीती है अनूपशहर सीट
उत्तर प्रदेश में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्रिमंडल छोड़ समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने पर पवार ने कहा, ‘मौर्य ने नयी शुरुआत की है। यह यहीं खत्म नहीं होगा। मतदान होने तक हर दिन कुछ नए चेहरे पलायन करेंगे।’ उल्लेखनीय है कि पवार की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश से कांग्रेस विधान पार्षद सिराज मेहंदी एनसीपी में शामिल हुए। बता दें कि अनूपशहर विधानसभा सीट बुलंदशहर जिले की 5 विधानसभा सीटों में से एक है। इस सीट से 2017 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के संजय ने जीत दर्ज की थी। इससे पहले 2012 और 2007 में इस सीट पर बीएसपी उम्मीदवार को जीत मिली थी। बता दें कि समाजवादी पार्टी ने यह सीट कभी नहीं जीती है।