लखनऊ। इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम चुनाव मंच (Uttar Pradesh Chunav Manch 2021) में बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने सरस्वती शिशु मंदिर का भी जिक्र किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर एक ऐसी स्वयंसेवी संस्था के संरक्षण में चलता है जो सरकार से कोई अनुदान नहीं लेता। सरस्वती शिशु मंदिर समाज के सहयोग से चलते हैं। इनका पाठ्यक्रम सरकार के पाठ्यक्रम से अलग नहीं होता।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब मैं सांसद था तो उस समय गोरखपुर में एक वरिष्ठ मुस्लिम अधिकारी मेरे पास आया था और उसने कहा कि वो अपने बच्चे का प्रवेश सरस्वती शिशु मंदिर में कराना चाहते हैं, मुझे आश्चार्य हुआ और पूछा क्यों, तो उसने कहा कि उनके 3 बच्चे हैं, एक को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाया दूसरे को मदरसे में पढ़ाया और तीसरे को शिशु मंदिर में भेजना चाहता हूं। मैने पूछा कि बच्चों की आयु में कोई अंतर है तो उसने कहा कि तीनों में 5-6 वर्ष का अंतर है, मैने कहा कि आपको अंतर क्या दिखाई दिया तो उसने कहा कि मेरे पड़ोस में एक परिवार रहता है जिसके बच्चे सरस्वती शिशु मंदिर में उनके बच्चे रहते हैं।
सीएम योगी ने चुनाव मंच कार्यक्रम में आगे कहा कि सरस्वति शिशु मंदिर एक ऐसी संस्था के तहत चलता है जो सरकार से कोई अनुदान नहीं लेता, हमारे यहां 8000 सरस्वती मंदिर बंद नहीं होते, समाज संरक्षण देता है, पाठ्यक्रम अलग नहीं होता, वही है जो यूपी बोर्ड या सीबीएसई बोर्ड या अन्य बोर्ड का है, एक अंतर है, मैं अपने पड़ोस में देखता हूं कि जो बच्चे सरस्वति शिशु मंदिर में जाते हैं वे अपने मां बाप को पूरा सम्मान देते हैं और हमारे बच्चे घर में आते हैं तो तू-तू मैं मैं करके इतना अपमानित करते हैं कि कभी कभी लगता है कि हमारे बच्चे हैं या किसी और के। सरस्वती शिशु मंदिर भारतीयता के साथ प्रत्येक नागरिक को जोड़ने और बिना भेदभाव के इस शिक्षा व्यवस्था को देश में आगे बढ़ाने के सबसे सशक्त माध्यम देश में हैं, पहेल शिशु मंदिर की स्थापना 1952 में गोरखपुर में ही हुई थी और गोरखपुर से कोई चीज चली होगी तो राष्ट्रीयता से ओतप्रोत होगी और देश के लिए हितकारी होगी।
हमने मदरसों की शिक्षा को आधुनिकीकरण के साथ जोड़ा है: योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने मदरसों की शिक्षा को आधुनिकीकरण के साथ जोड़ा है। प्रशासन में आखिर उनकी उपस्थिति क्यों नहीं होनी चाहिए। उनके अंदर जो हुनर है, उसको मंच क्यों नहीं मिलना चाहिए। इसीलिए हमने कहा कि मदरसों के अंदर परंपरागत तालीम भी दीजिए, लेकिन उसका आधुनिकीकरण भी कीजिए। उत्तर प्रदेश में 24 करोड़ जनता की सुरक्षा, उनके सम्मान और उनके स्वावलंबन की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है। सरकार उनके साथ खड़ी है। किसी भी मत या मजहब का व्यक्ति यह नहीं कह सकता कि पिछले 4.5 सालों में सरकार ने उनके पर्व एवं त्योहारों में बाधा पैदा की है।
तालिबान एक बर्बर और अराजक व्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है: योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि काबुल में जिस दिन तालिबान का कब्जा हुआ, वहां के राष्ट्रपति को देश छोड़कर भागना पड़ा, और उसके बाद जो घटनाएं हुईं, तो बहुत सारे बयानवीरों ने तालिबान को बधाई देनी प्रारंभ कर दी थी। जब हम लोगों ने इसका संज्ञान लेकर इस मामले में सख्ती की तो वे अपनी बात से पलटते हुए दिखाई दिए। तालिबान एक बर्बर और अराजक व्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है। उसका मानवीय मूल्यों से कोई संबंध नहीं है। महिलाओं और बच्चों पर जैसा अत्याचार वहां हो रहा है, उसका कोई सभ्य समाज समर्थन नहीं कर सकता।