कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। चुनाव आयोग ने बाकि बचे सभी चरणों में 72 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार बंद करने का फैसला लिया है। चुनाव आयोग ने किसी भी दिन चुनाव प्रचार के दौरान शाम 7 से 10 बजे के बीच रैली, नुक्कड़ नाटक की अनुमति नही देने का भी फैसला किया है। पश्चिम बंगाल में 3 चरणों के लिए प्रचार हो रहा है। 6ठें चरण का प्रचार 19 अप्रैल, 7वें चरण का 23 अप्रैल और 8वें चरण का 26 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा।
इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की जिम्मेदारी राजनीतिक पार्टी और उम्मीदवार पर होगी, अगर ऐसा नहीं होता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। रैलियों में सभी लोग मास्क लगाएं, ये जिम्मेदारी आयोजकों की होगी। नेता और स्टार प्रचारकों को हर हाल में कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा।
आज कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार पर चर्चा के लिए दोपहर 2 बजे कोलकाता में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया गया है कि चुनाव प्रचार पर कोई रोक नही लगाई जाएगी और ना ही चुनाव की तारीखों में कोई बदलाव होगा। लेकिन इस बैठक में यह सहमती बनी है कि चुनाव प्रचार कोविड प्रोटोकॉल के साथ होगा।
स्वपन दासगुप्ता ने इस बैठक के बाद बताया कि कोविड प्रोटकाल जो निर्धारित किया जाएगा उसे हम मानेंगे। प्रचार की ज़रूरत भी है लेकिन सोशल डिस्टन्सिंग भी जरूरी है इसलिए हमने कहा है की गणतंत्र की ये आस्था में कोई कमी नहीं आनी चाहिए।
स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि उन इलेक्शन कमीशन की मीटिंग में कोविड प्रोटकॉल फ़ॉलो करने के लिए कहा नया कुछ भी नहीं कहा है। जो प्रोटकॉल फ़ॉलो पहले करने के लिए कहा गया था, उसे हम फॉलो कर रहे हैं। चुनाव प्रचार पर कोई रोक नहीं है और चुनाव की तारीख़ों में भी कोई बदलाव नहीं है। उन्होनें कहा कि वर्चूअल सभा अगर पहले से होती तो हो सकता थी लेकिन अभी 3 चरणों के चुनाव हो चुके है 4 चरण के बचे है इसलिए अब ये सम्भव नहीं है।