कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आठवें और अंतिम चरण के लिए वोटिंग जारी है। इसमें 84 लाख से ज्यादा मतदाता विधानसभा की 35 सीटों पर 283 से ज्यादा उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। सभी निगाहें तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल पर होंगी जो निर्वाचन आयोग की कड़ी निगरानी में हैं। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि मंडल को शुक्रवार शाम सात बजे तक निगरानी में रखा गया है क्योंकि राज्य में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उनके खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता को 2019 के लोकसभा चुनावों और 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी ऐसी ही निगरानी में रखा गया था। पूर्व के चरणों में हुई हिंसा, खासकर चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में पांच लोगों की मौत, के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने आठवें चरण में स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिये केंद्रीय बलों की कम से कम 641 कंपनियों की तैनाती का फैसला किया है जिनमें से 224 बीरभूम जिले में तैनात हुई है।
मुर्शिबाद और बीरभूम की 11-11 विधानसभा सीटों, मालदा की छह और कोलकाता की सात विधानसभा सीटों के लिए 11860 मतदान केंद्र पर मत डाले जा रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्री- शशि पांजा और साधन पांडेय- क्रमश: उत्तरी कोलकाता की श्यामपुकुर और मानिकताला सीट से मैदान में हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों की करीब 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है जहां टीएमसी और भाजपा के अलावा वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन की अच्छी पकड़ है।