कोलकाता. पश्चिम बंगाल में आज छिटपुट हिंसा के बीच पांचवे चरण की 45 सीटों पर मतदान सम्पन्न हो गया। चुनाव आयोग ने पिछले फेज में हुई हिंसा को देखते हुए इस चरण में सुरक्षा के और भी कड़े बंदोबस्त किए थे। निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की कम से कम 853 कंपनियां तैनात की थीं।
पश्चिम बंगाल के पांचवें चरण में कुल 1.13 करोड़ मतदाताओं को सिलीगुड़ी के महापौर अशोक भट्टाचार्य, राज्य के मंत्री ब्रत्य बुस और भाजपा के समिक भट्टाचार्य समेत 342 प्रत्याशियों की राजनीतिक किस्मत का ईवीएम में कैद हो गया है। उत्तरी 24 परगना के 16, पूर्ब बर्धमान एवं नादिया के आठ-आठ, जलपाईगुड़ी के सात, दार्जिलिंग के पांच और कलिम्पोंग जिले के एक विधानसभा क्षेत्र में मतदान की प्रक्रिया छिटपुट हिंसा के बीच सम्पन्न हो गई है।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरन भाजपा इस क्षेत्र में अधिक सीटों पर तृणमूल कांग्रेस से आगे रही थी। 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने इस क्षेत्र में 32, वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन ने दस सीटें जीती थीं जबकि भाजपा के पास कोई सीट नहीं आयी थी। राज्य में 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं। पहला चरण 27 मार्च को था और आखिरी चरण 29 अप्रैल को है।