लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस सिलसिले में सबसे पहले वोटर लिस्ट अपडेट करने का काम शुरू हो गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के बारे में विस्तृत कार्यक्रम जारी किया कर दिया है। 15 सितंबर से ही बीएलओ और पर्यवेक्षकों को काम बांटने के साथ स्टेशनरी वितरण का काम शुरू कर दिया गया है।अक्टूबर से बूथ लेबल आफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर वोटर लिस्ट की जांच करेंगे और 29 दिसंबर को वोटर लिस्ट पब्लिश होगी।
यूपी की 59 हजार 163 ग्राम पंचायतों के मौजूदा ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसंबर को खत्म हो रहा है। वहीं अगले साल 13 जनवरी को जिला पंचायत अध्यक्ष और 17 मार्च को क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा हो रहा है। सूबे में फिलहाल वोटर लिस्ट अपडेट करने के कार्यक्रम का ऐलान किया गया है, जो करीब साढ़े तीन महीने तक चलेगा।
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार के जारी आदेश के क्रम में कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए एक अक्टूबर से मतदाता सूची को अपडेट करने का काम शुरू होगा। 15 सितंबर से ही बीएलओ और पर्यवेक्षकों को काम बांटने के साथ स्टेशनरी वितरण का काम शुरू कर दिया गया है। इन दोनों कामों को 30 सितंबर तक खत्म कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद एक अक्टूबर से 12 नवंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर सर्वे का काम करेंगे। साल 2015 के बाद से पहली जनवरी 2021 तक 18 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले ग्रामीण युवाओं को पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट में नए वोटर के रूप में दर्ज किया जाएगा।
13 नवंबर से 5 दिसम्बर के बीच वोटर लिस्ट के ड्राफ्ट की कम्पयूटरीकृत पाण्डुलिपि तैयार की जाएगी। वहीं 6 दिसंबर को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट पब्लिश की जाएगी। वहीं इसके बाद 6 से 12 दिसंबर से इस वोटर लिस्ट में अपने नाम व अन्य विवरण की लोग जांच कर सकेंगे। इसी दौरान वोटर लिस्ट में खामियों पर दावे और आपत्तियां मांगी जाएंगी। 13 से 19 दिसंबर के बीच इन दावों और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। 29 दिसंबर को इस वोटर लिस्ट के फाइनल ड्राफ्ट को पब्लिश किया जाएगा।