लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं इस पर उन्होंने सस्पेंस खत्म करने की कोशिश की है। कल गोरखपुर में सीएम योगी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो वो चुनाव लड़ेंगे। योगी ने कहा कि पार्टी जहां से कहेगी, वे वहां से वे विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए पार्टी का संसदीय बोर्ड है, किसे कहां से चुनाव लड़ना है, इसका निर्णय उसी बोर्ड में ही होता है। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा चुनाव लड़ा है।
विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी को लेकर पहली बार योगी ने कोई टिप्पणी की है। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ अभी विधान परिषद के सदस्य हैं लेकिन माना जा रहा है कि इस बार सीएम योगी के साथ ही राज्य के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी चुनाव लड़ेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने भी वचन जनता को दिए थे, उन्हें साढ़े चार साल में पूरा किया है और सरकार बनने के इन साढ़े चार साल में हर क्षेत्र में राज्य ने प्रदर्शन किया है। राज्य में जब बीजेपी सत्ता में आई थी उस समय कानून व्यवस्था की स्थिति सबसे खराब थी, लेकिन आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पूरे देश में मिसाल है। राज्य में पिछले साढ़े चार साल में कोई दंगा नहीं हुआ और राज्य का हर वर्ग शांति के साथ रह रहा है।
अपनी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए उन्होंने कहा कहा कि राज्य में पिछले साढ़े चार साल में दीपावली सहित सभी त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न हुए और अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वैश्विक मंच बन गया है। यही नहीं प्रयागराज में पहली बार कुंभ का आयोजन इतने बड़े व्यापक स्तर पर हुआ, जो कभी पहले नहीं हुआ था। राज्य को पहचान के संकट का सामना करना पड़ रहा था और अब राज्य को नई पहचान मिली है।