लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बुधवार को इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम चुनाव मंच (Uttar Pradesh Chunav Manch 2021) में कहा कि जय श्रीराम नहीं बल्कि जय सिया राम कहिए। माहौल बिल्कुल साफ है, हम उत्तर प्रदेश में जमीनी स्तर पर हर जिले में जाकर आपको बता रहे हैं कि पूरा उत्तर प्रदेश बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बहन मायावती जी के मुख्यमंत्री काल को याद कर रहा है। उत्तर प्रदेश में जैसे कानून व्यवस्था सपा सरकार में खराब थी वैसी ही खराब भाजपा सरकार के दौरान है, आज पूरा उत्तर प्रदेश बहन मायावती जी के कार्यकाल को याद कर रहा है।
सतीश चंद्र मिश्रा ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने पहले बहन जी का कार्यकाल देखा फिर सपा का देखा और अब भाजपा का देख रही है और यूपी की जनता जब तीनों के कार्यकाल की तुलना करती हैं तो नंबर वन पर बहन मायावती का ही कार्यकाल रहता है। ब्राह्मण एक बुद्धिजीवी समाज है और 2007 में बहुजन समाज को उस समाज को मान सम्मान मिला था, उसने दलित समाज और अल्पसंख्यक समाज के साथ भाईचारा बनाया। 5000 सरकारी वकील ब्राह्मण समाज के बनाए गए थे, 45 विधायकों में से 15 को मंत्री बनाया गया था, 12 एमएलसी बनाए गए थे। ब्राह्मण समाज जितना 2007 में हमारे साथ जुड़ा था उससे ज्यादा ताकत में हमारे साथ जुड़ा था। 500 ब्राह्मण मार दिए क्या सारे अपराधी थे। 10 में से अगर 8 एनकाउंटर होते हैं उत्तर प्रदेश में तो ब्राह्मण समाज से होते हैं। अगर आप विकास दुबे की बात कर रहे हैं, हमने हर जिले में जाकर कहीं नहीं कहा कि वह अपराधी नहीं था, लेकिन खुशी दुबे का क्या अपराध था?
किसी भी कीमत पर BJP के साथ नहीं जाएंगे- मिश्रा
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि जाति के नाम पर मंत्री बनानकर यूपी में तमाशा हुआ। ओवैसी के आने से BSP को आने वाले चुनाव में कोई नुकसान नहीं होगा। भगवान राम का ठेका बीजेपी ने ले रखा है क्या? राम के नाम पर वोट लेकर ब्राह्मणों की हत्याएं हो रही हैं। योगी राज में ब्राह्मणों का एनकाउंटर हो रहा है। 2022 में BSP पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। इस बार ब्राह्मणों का सबसे ज्यादा सपोर्ट BSP को मिलेगा। मिश्रा ने आगे कहा कि किसी भी कीमत पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) BJP के साथ नहीं जाएगी।