हावड़ा: पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक ने पार्टी छोड़ दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक जटू लाहिड़ी ने शनिवार को घोषणा की कि उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। लाहिड़ी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का ‘वफादार सिपाही’ होने के बावजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी अनदेखी की। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और पार्टी छोड़ने के बीच तृणमूल के एक और विधायक समीर चक्रवर्ती ने कहा था कि वह पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
‘लगता है तृणमूल को मेरी जरूरत नहीं है’
वहीं, टिकट न मिलने पर लाहिड़ी ने कहा, ‘टिकट नहीं मिलने से ज्यादा मुझे इस बात का दुख है कि एक बाहरी व्यक्ति जिसका मतदाताओं के साथ कोई संपर्क नहीं है, और उन्हें पार्टी में शामिल किए जाने के कुछ ही दिन बाद टिकट दे दिया गया। ऐसा लगता है कि तृणमूल कांग्रेस को अब हमारी जरूरत नहीं है। मैं पार्टी छोड़ रहा हूं।’ तृणमूल कांग्रेस ने हावड़ा की शिवपुर सीट से पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी को चुनाव मैदान में उतारा है। लाहिड़ी ने इसके बाद बीजेपी का दामन थाम लिया। इस तरह देखा जाए तो तृणमूल के दो दिग्गजों, दिनेश त्रिवेदी और लाहिड़ी ने एक ही दिन बीजेपी का झंडा उठाया है।
‘मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता, प्रचार करूंगा’
इस बीच समीर चक्रवर्ती के चुनाव लड़ने से इनकार करने पर TMC नेतृत्व ने कहा कि वे इस मुद्दे पर चक्रवर्ती से बात करेंगे। चक्रवर्ती ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा, ‘मैंने पार्टी सुप्रीमो (ममता बनर्जी) को बता दिया है कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता, लेकिन पार्टी के लिए प्रचार करूंगा।’ चक्रवर्ती पहली बार बांकुरा जिला में तालडंगरा से विधायक चुने गये थे। वह टीवी समाचार चैनलों पर होने वाले कार्यक्रमों में तृणमूल का जाना-माना चेहरा हैं और इन कार्यक्रमों में विभिन्न मुद्दों पर TMC का विचार रखते हैं।
‘त्रिवेदी ने विश्वासघात किया है’
TMC ने शनिवार को अपने पूर्व राज्यसभा सदस्य दिनेश त्रिवेदी के BJP में शामिल होने पर निशाना साधा और कहा कि वह 'कृतघ्न' हैं। त्रिवेदी ने पिछले महीने राज्यसभा से इस्तीफा देते हुए कहा था कि वह TMC में घुटन महसूस कर रहे हैं। इससे पहले दिन में त्रिवेदी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भगवा दल में शामिल हो गए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, 'पिछले कई वर्षों में उन्होंने कुछ नहीं कहा। अब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें पार्टी से शिकायत हो गई। वह कृतघ्न हैं और उन्होंने राज्य की जनता के साथ विश्वासघात किया है।'