चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस पार्टी के संगठन और सरकार के बीच तालमेल ठीक होने के बजाय बिगड़ता ही जा रहा है। पहले पंजाब में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सिद्धू और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच खींचतान चल रही थी और अब इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिद्धू तथा मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच में भारी खींचतान हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में सिद्धू और चन्नी के बीच कई मुद्दों को लेकर भारी बहस हुई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को कांग्रेस आब्जर्वर हरीश चौधरी की मौजूदगी में हुई पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की बैठक में हुआ बड़ा टकराव हुआ है, सूत्रों की मानें तो रविवार को बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान सिद्धू का रवैया देख चन्नी ने CM पद छोड़ने की बात तक कह दी। सूत्रों के अनुसार चन्नी ने सिद्धू को कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहता हूं, नवजोत सिद्धू CM बन जाएं और 2 महीने में परफॉर्म करके दिखा दें। इस मीटिंग में राहुल गांधी के करीबी कृष्णा अल्लावरू और पंजाब के कैबिनेट मंत्री परगट सिंह भी मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार सिद्धू ने CM चन्नी से पूछा कि वो उन वादों को क्यों पूरा नहीं कर रहे, जिनके लिए पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर उन्हें CM बनाया गया है।
पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ महीने की बचे हैं, राज्य में 2022 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले पंजाब कांग्रेस तथा राज्य सरकार के बीच चल रही खींचतान कांग्रेस पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की बीच हुई खींचतान की वजह से ही कांग्रेस पार्टी ने कैप्टन को मुख्यमंत्री पद से हटाया था, अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अलग से राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है और यह भी कहा है कि वे पंजाब में चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर सकते हैं बशर्ते केंद्र की भाजपा सरकार किसानों के मुद्दे हल करे।