नई दिल्ली: महाराष्ट्र और हरियाणा में कुछ दिनों बाद विधानसभा चुनाव है लेकिन उससे पहले टिकटों पर घमासान मच गया है। टिकट बंटवारे को लेकर मुंबई से लेकर हरियाणा तक बवाल मचा है। बीजेपी में अलग बवाल है, शिवसेना में अलग और सबसे बड़ा बवाल कांग्रेस में मचा है। पार्टी के सीनियर नेता तो करोडो़ं में टिकट बेचने का आरोप लगा रहे हैं। एक भी दल ऐसा नहीं, जहां नाराजगी ना हो।
टिकट का ऐलान हुआ और महाराष्ट्र बीजेपी में बवाल शुरू हो गया। शिवसेना में अलग नाराजगी है और हरियाणा कांग्रेस तो कुरुक्षेत्र का मैदान बन गया है। मुंबई में महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की कार को कल घेर लिया गया। जैसे ही चंद्रकांत पाटिल बीजेपी दफ्तर से बाहर निकले सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता सामने खड़े हो गए। कुछ शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े के समर्थक थे तो कुछ विधायक सुधाकर भालेराव के समर्थक। सभी 4 घंटे तक बीजेपी दफ्तर पर जमे रहे।
इससे भी बड़ा बवाल महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ। बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व वित्त मंत्री एकनाथ खडसे का नाम जब दूसरी लिस्ट में भी नहीं आया तो उन्होंने निर्दलिय के तौर पर पर्चा दाखिल कर अपने बगावती तेवर दिखा दिये। बीजेपी बोल तो रही है मना लेंगे लेकिन एकनाथ खडसे का सियासी इतिहास कहता है, मुश्किल वक्त में भी खडसे अपनी सीट बचा ले जाते हैं।
एक भी पार्टी नहीं, जहां टिकट बंटने और कटने के बाद हंगामा ना हो रहा हो। शिवसेना की दिक्कत ये है कि गठबंधन के बाद नवी मुंबई की ऐरोली और बेलापुर की सीट बीजेपी के खाते में चली गई और शिवसेना के कार्यकर्ता ये सीट बीजेपी को देने के मूड में नहीं। नवी मुंबई से अब तक 200 लोगों ने इस्तीफा सौंप दिया है। नवी मुंबई के साथ पुणे में भी वही बवाल है। पुणे की सभी 8 सीट बीजेपी के खाते में चली गई है।
महाराष्ट्र वाला माहौल हरियाणा में भी है। यहां कांग्रेस के अंदर चल रही अंदरुनी कलह की आग अब पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की चौखट तक पहुंच गई है। हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रमुख अशोक तंवर सोनिया गांधी के घर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनका आरोप है कि हरियाणा की सोहना विधानसभा सीट को 5 करोड़ रुपए में बेचा गया है।
तंवर राज्य में हुए टिकट के बंटवारे से नाराज हैं और लड़ाई हुड्डा और तंवर में बदल गई है। ये लड़ाई तब है, जब सारे लोग टिकट बंटवारे से पहले तक आलाकमान के फरमान की कसमें खाते हैं लेकिन जब पार्टी ने टिकट का ऐलान किया तो सबके सियासी अरमान सामने आ गए। बीजेपी हो या कांग्रेस, टिकट पर घमासान मचा है।