चंडीगढ़. पंजाब में विधानसभा चुनाव में अब थोड़ा ही समय रह गया है। इस चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राज्य के लोगों को लुभाने के लिए कई बड़े वादे कर दिए हैं लेकिन फिर भी पंजाब में उन्हें एक बड़ा झटका लग गया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की महिला नेता और भटिंडा देहात से पार्टी की विधायक रुपिंदर कौर रूबी ने AAP की प्रारंभिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है।
भटिंडा देहात की विधायक रुपिंदर कौर रूबी ने आम आदमी पार्टी छोड़ने का ऐलान ट्वीट कर किया। उन्होंने लिखा, "मिस्टर अरविंद केजरीवाल जी संयोजक, AAP और भगवंत मान जी... आपको सूचित करना चाहती हूं कि मैं आम आदमी पार्टी की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रही हूं। कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें। थैंक्स रुपिंदर कौर रूबी। (विधायक भटिंडा देहात)"
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रुपिंदर कौर ने पिछले काफी समय से आम आदमी पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बनाई हुई है। अक्टूबर के अंतर में अरविंद केजरीवाल के भटिंडा दौरे के दौरान भी वो आम आदमी पार्टी के कार्यक्रम में नजर नहीं आई थीं और आम आम पार्टी के पोस्टर्स से भी लंबे समय से उनकी तस्वीरों को जगह नहीं दी जा रही है। हालांकि उन्होंने अपने पिता राजनीतिक गतिविधियों से दूरी की वजह अपने पिता की खराब सेहत को बताया था।
पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ी सफलता हाथ लगी थी। आम आदमी पार्टी ने पंजाब में पिछले चुनावों में 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी और वो कांग्रेस के बाद दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। 2017 में मिली सफलता से उत्साहित आम आदमी पार्टी को इस चुनाव में पंजाब की सत्ता में काबिज होने की पूरी उम्मीद है। खुद केजरीवाल चुनावों के मद्देनजर कई दफा पंजाब आ चुके हैं लेकिन चुनावों के ऐलान से कुछ ही समय पहले महिला नेता का पार्टी छोड़ना किसी बड़े झटके से राज्य में AAP के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं माना जा रहा।
आपको बता दें कि पंजाब में पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में सबसे ज्यादा सीटें जीत कर सरकार बनाई थी जबकि राज्य की मुख्य पार्टियों में शुमार की जाने वाले शिरोमणि अकाली दल सिर्फ 15 सीटें ही जीत पाई थी और उस चुनाव में अकाली दल की सहयोगी भाजपा मुश्किल से 3 सीटों पर खाता खोल पाई थी।