नई दिल्ली. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कल सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसकी जानकारी उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने दी। अटकलें लगाई जा रही हैं कि अमरिंदर सिंह इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने अगले कदम का ऐलान कर सकते हैं। अमरिंदर सिंह पहले ही कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते ही अपने राजनीतिक दल के गठन की घोषणा करने की बात कही थी।
उन्होंने ये भी कहा था कि अगर किसान आंदोलन का समाधान किसानों के पक्ष में होता है तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीटों को लेकर समझौता होने की उम्मीद है। अमरिंदर सिंह ने पिछले मंगलवार को कहा था, "पंजाब के भविष्य को लेकर लड़ाई जारी है। मैं जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी के गठन की घोषणा करूंगा, ताकि पंजाब और उसके लोगों, साथ ही पिछले एक साल से अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे किसानों के हितों के लिए काम किया जा सके। "मैं अपने लोगों और अपने राज्य" का भविष्य सुरक्षित बनाने तक चैन की सांस नहीं लूंगा।"
आपको बता दें कि कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मतभेद और प्रदेश कांग्रेस में अंदरुनी कलह के बाद अमरिंदर ने मुख्यमंत्री पद से पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। पार्टी ने उनके स्थान पर चरणजीत सिंह चन्नी को नया मुख्यमंत्री बनाया है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद सिंह ने कहा था कि वो ‘अपमानित’ महसूस कर रहे थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को "अनुभवहीन" भी कहा था। अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को "राष्ट्र विरोधी" और "खतरनाक" करार दिया था।
अमरिंदर पर लगातार हमले बोल रही है कांग्रेस
अमरिंदर सिंह पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से लगातार हमले बोले जा रहे हैं। अमरिंदर के खुद की पार्टी बनाने के ऐलान के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से कहा गया था कि उनके इस कदम से साबित हो गया कि उनको मुख्यमंत्री पद से हटाने का फैसला पूरी तरह सही था। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह सवाल भी किया कि क्या कृषि से संबंधित ‘तीनों काले कानून’ लाने को लेकर भाजपा और अमरिंदर सिंह के बीच कोई जुगलबंदी थी?उन्होंने कहा, "99 प्रतिशत विधायक तो इस बारे में पहले ही समझ गए थे। आज कैप्टन साहब अपने कदमों से कांग्रेस के निर्णय को शत प्रतिशत सही ठहरा रहे हैं।" कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने कहा कि विधायक पहले से ही कह रहे थे कि अमरिंदर सिंह भाजपा और अकालियों के साथ मिले हुए हैं और अब यह बात साबित हो गई है। उन्होंने कहा, "वह कांग्रेस का वोट काटेंगे और भाजपा को फायदा पहुंचाएंगे। लेकिन पंजाब के लोग अब सबकुछ समझ चुके हैं।"