कोलकाता: पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) राज्य में हो रही तमाम गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। ऐसे में चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि 'आयोग ने सभी पेट्रोल पंप डीलरों और अन्य एजेंसियों को केंद्र सरकार की योजनाओं के विज्ञापन करने वाले उन होर्डिंग्स को हटाने का निर्देश दिया है, जिनपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर होगी। होर्डिंग्स हटाने के लिए 72 घंटों का समय दिया गया है।'
चुनाव आयोग के अधिकारी ने कहा, "पेट्रोल पंपों पर केंद्रीय योजनाओं के विज्ञापन वाले होर्डिंग्स में प्रधानमंत्री की तस्वीर का इस्तेमाल करना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।" गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को ही तृणमूल कांग्रेस (TMC) का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिला था। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया था कि विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देने वाले होर्डिंग्स में पीएम मोदी की तस्वीर का उपयोग चुनाव संहिता का उल्लंघन करना है।
बता दें कि राज्य में 26 फरवरी को चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनावों के ऐलान के साथ ही चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है। राज्य में 27 मार्च से चुनाव होने हैं। यह चुनाव आठ चरणों में होंगे और फिर वोटों की गिनती दो मई को होगी। सभी विपक्षी दल राज्य में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की चुनाव आयोग की घोषणा से संतुष्ट हैं। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इसे अभूतपूर्व बताते हुए अनुचित बताया था।
चुनाव आयोग द्वारा चुनावों का ऐलान किए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि इतने चरण में चुनाव कराया जाना अभूतपूर्व है। टीएमसी के सांसद और प्रवक्ता सौगत राय ने कहा था, ‘‘यह उचित नहीं है। राज्य में इतने लंबे समय तक चुनाव कभी नहीं हुआ। चूंकि, भाजपा शिकायत कर रही है इसका यह मतलब नहीं है कि वे जो कह रहे हैं वह सच है। आठ चरणों के चुनाव से हम काफी नाखुश हैं।’’
तेवर में है TMC
तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य में भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने के वास्ते ‘‘20 या इससे अधिक बार भी आने के लिए’’ स्वतंत्र है और वह यहां आकर तृणमूल कांग्रेस के शासन में हुए विकास को देखें और उनकी तुलना भाजपा शासित राज्यों के साथ करें।
पश्चिम बंगाल के मंत्री एवं पार्टी के प्रवक्ता ब्रत्य बसु ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी जितनी बार चाहें उतनी बार, 20या उससे भी अधिक बार बैठकें करने आना चाहें तो उनका स्वागत हैं, वे यहां आ कर देखें कि कैसे बंगाल ने विकास के पैमाने पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को पीछे छोड़ दिया है।